H-1B वीजा की बढ़ी फीस ने बदल दी भारतीयों की शादी और सेटलमेंट की योजना
- by Priyanka Tiwari
- 2025-10-07 16:52:00
India News Live,Digital Desk : हरियाणा की 19 साल की सिद्धि शर्मा का सपना था कि वह किसी ऐसे शख्स से शादी करें, जो अमेरिका में अच्छा खासा पैसा कमाता हो और वहां सेटल हो जाए। लेकिन अब सिद्धि ने अपने 'ड्रीम अमेरिका' वाले सपने को अलविदा कह दिया है। उनका कहना है कि शादी के बाद अमेरिका में बसने की उनकी ख्वाहिश ट्रंप की नीतियों की वजह से पूरी नहीं हो पाई।
सिद्धि अकेली नहीं हैं। बहुत सारे भारतीय अब अमेरिका जाने का सपना छोड़ रहे हैं। वजह है H-1B वीजा की बढ़ी हुई फीस। पहले ज्यादातर भारतीय इस वीजा पर पढ़ाई या नौकरी के लिए अमेरिका जाते थे। लेकिन अब ट्रंप ने H-1B वीजा की फीस बढ़ाकर लगभग 1 लाख डॉलर (करीब 90 लाख रुपये) कर दी है।
इस बदलाव का असर उल्टा पड़ा है। अब 'ड्रीम अमेरिका' में दिलचस्पी रखने वाले लोगों की संख्या कम हो गई है। अमेरिका अब पहले जैसी पहली पसंद नहीं रहा।
ट्रेंड क्या दिखा रहा है?
वॉऊ फॉर इटर्निटी की फाउंडर अनुराधा गुप्ता बताती हैं,
"अप्रवासन नीतियां वाशिंगटन में बनती हैं, लेकिन इसका असर भारतीय परिवारों के डिनर टेबल पर साफ देखा जा सकता है, जहां अक्सर शादी की बातें होती हैं।"
भारत सरकार के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में सबसे ज्यादा भारतीय रहते हैं। वहाँ करीब 21 लाख भारतीय NRI हैं, जिनमें ज्यादातर शादी के बाद अमेरिका जाकर सेटल हुए हैं। कई भारतीय महिलाओं के लिए अमेरिका में नौकरी करने वाले से शादी करना वित्तीय सुरक्षा की गारंटी माना जाता है। अमेरिका में रहने वाले भारतीय परिवार अक्सर अपने रिश्तेदारों को आर्थिक और अन्य मदद भी देते हैं।
NRI दुल्हों की मांग में गिरावट
अमेरिकी सरकार के आंकड़े बताते हैं कि 2024 में जारी किए गए H-1B वीजा में 75% वीजा भारतीयों को ही मिले थे। वानाजा राओ, जो क्विक मैरेजिस कंपनी चलाती हैं, बताती हैं कि पहले NRI दुल्हों की डिमांड काफी ज्यादा थी।
लेकिन ट्रंप के फिर से राष्ट्रपति बनने के बाद यह क्रेज घट गया। पिछले 6 महीनों में NRI दुल्हों की मांग में तेज गिरावट देखी गई है। H-1B वीजा की बढ़ी हुई फीस ने शादी की योजनाओं को भी प्रभावित किया है। कई लोगों ने शादी टाल दी या अपने अमेरिका जाने के सपनों को स्थगित कर दिया।
H-1B वीजा पर ट्रंप की सख्ती
दरअसल, ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में भी H-1B वीजा को टार्गेट किया था। उन्होंने महिलाओं को काम करने से दूर रहने की सलाह दी थी। हालांकि, उनके जाने के बाद बाइडेन प्रशासन ने इसे वापस कर दिया था।
जनवरी 2025 में सत्ता संभालते ही ट्रंप ने अप्रवासियों को बाहर करने की मुहिम फिर शुरू की और H-1B वीजा की फीस बढ़ा दी। इसका असर सीधे भारतीय परिवारों और अमेरिका जाने वाले लोगों पर पड़ा है।