Pakistan's debt crisis story : IMF नाराज और आंकड़ों में 11 अरब डॉलर का अंतर
- by Priyanka Tiwari
- 2025-10-07 16:56:00
India News Live,Digital Desk : पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति इन दिनों किसी से छिपी नहीं है। पूरा देश कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है, और सबसे बड़ा कर्जदाता है अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)। IMF ने पाकिस्तान को अरबों डॉलर का कर्ज दिया है, लेकिन अब पाकिस्तान की कुछ हरकतों के कारण IMF भी नाराज दिख रहा है।
IMF ने पाकिस्तान के ट्रेड डेटा में 11 बिलियन डॉलर (करीब 92,400 करोड़ रुपये) के अंतर को उजागर किया है। इस पर IMF ने पाकिस्तान से इस राशि का पूरा हिसाब मांगा है। इस हेराफेरी ने पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि को भी प्रभावित किया है।
पूरा मामला क्या है?
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान सिंगल विंडो (PSW) ने साल 2023-24 के लिए जितना आयात बताया, उसमें पाकिस्तान रेवेन्यू ऑटोमेशन लिमिटेड (PRAL) ने लगभग 5.1 बिलियन डॉलर का अंतर पाया। वहीं 2022-23 के आंकड़ों में भी 5.7 बिलियन डॉलर का अंतर रहा। PRAL के आंकड़े अधिक भरोसेमंद माने जाते हैं। यही कारण है कि IMF ने पाकिस्तान से 11 बिलियन डॉलर के हिसाब-किताब की मांग की है।
IMF ने पाकिस्तान के ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (PBS) से जवाब मांगा। पाकिस्तान ने IMF को कुछ डेटा प्रदान किया, लेकिन IMF ने इस 11 अरब डॉलर के अंतर को सार्वजनिक करने का आदेश भी दिया।
पाकिस्तान ने गलती मानी
IMF ने पाकिस्तान को सलाह दी कि पारदर्शिता बनाए रखी जाए, ताकि अविश्वास की स्थिति न बने। पाकिस्तान ने मान्यता दी कि PBS के आंकड़े सटीक नहीं थे और उसमें कुछ कमियां थीं। रिपोर्ट में कुछ आयात के आंकड़े गायब थे।
IMF ने पाकिस्तान पर सख्ती बरतते हुए पुराना डेटा अपडेट करने का आदेश दिया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का कहना है कि वे IMF पर निर्भरता कम करने की कोशिश कर रहे हैं।