उत्तर प्रदेश में बिखरी आम की खुशबू, लखनऊ में आम महोत्सव का रंगारंग आगाज़

Post

India News Live,Digital Desk : लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2025 का उद्घाटन किया। यह तीन दिवसीय महोत्सव केवल आमों का उत्सव नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश की बागवानी परंपरा, किसानों की मेहनत और अंतरराष्ट्रीय निर्यात क्षमताओं का भव्य प्रदर्शन है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर आमों से भरे कंटेनरों को लंदन, दुबई जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए रवाना किया। साथ ही एक स्मारिका का विमोचन किया और प्रगतिशील आम उत्पादकों को सम्मानित भी किया गया।

800 से ज्यादा किस्मों के आम और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का संगम

अवध शिल्पग्राम में आयोजित इस महोत्सव में आम की 800 से अधिक किस्में प्रदर्शित की गई हैं। इनमें दशहरी, जरदालू, अरुणिमा, अंबालिका, राजा मिठुआ जैसे देसी स्वादों से लेकर अमेरिका के टामी एटकिंस जैसे विदेशी आम भी शामिल हैं। हर रंग, हर स्वाद, हर आकार का आम यहां मौजूद है।

शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें लोक संगीत, आम पर आधारित प्रतियोगिताएं और आम खाने की दिलचस्प रेस भी शामिल हैं। शनिवार को लोकप्रिय कवि कुमार विश्वास की कविताएं महोत्सव को और खास बनाएंगी।

किसानों और उद्यमियों के लिए सुनहरा मंच

महोत्सव में उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों से आए उद्यान विभागों के प्रतिनिधि, वैज्ञानिक, शोधकर्ता, निर्यातक, एफपीओ, सहकारी समितियां और स्वयं सहायता समूह भाग ले रहे हैं। यहां आम के व्यापार से जुड़े सभी पहलुओं को एक मंच पर लाने का प्रयास किया गया है।

प्रदर्शनी के मुख्य आकर्षण और आँकड़े

प्रदेश में 3.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में आम की खेती होती है, जिससे 61.46 लाख मीट्रिक टन उत्पादन होता है।

देश के कुल आम उत्पादन में यूपी का योगदान 27% है।

इस बार महोत्सव में 1341 प्रतिभागियों द्वारा 2502 नमूनों का प्रदर्शन किया गया।

संरक्षित खाद्य पदार्थ श्रेणी में 108 प्रतिभागियों के 351 नमूने प्रदर्शित किए गए।

पिछले साल की तुलना में 7% अधिक नमूनों की भागीदारी हुई है।

प्रदर्शनी में क्या-क्या मिलेगा?

हर दिन सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक आम लोग इस मेले का आनंद मुफ्त में ले सकते हैं। आम के स्वादिष्ट उत्पाद जैसे – अचार, जूस, अमावट, आम की जलेबी, रसगुल्ला आदि बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। साथ ही आम के कलमी पौधे भी खरीदे जा सकते हैं। महोत्सव का समापन 6 जुलाई को पुरस्कार वितरण के साथ होगा।