Red Fort blast : एनसीआर में अब भी मंडरा रहा आतंकी खतरा, जांच एजेंसियों की छापेमारी तेज

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India News Live,Digital Desk : लाल किला धमाके के बाद दिल्ली-एनसीआर पर आतंक का साया अब भी बना हुआ है। जांच एजेंसियों को मिली ताज़ा जानकारी के अनुसार, विस्फोट में मारे गए पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य डॉ. उमर नबी बट के कई सहयोगी अब भी फरार हैं। बताया जा रहा है कि उमर ने वारदात से पहले इनसे मुलाकात की थी।

एजेंसियां पिछले चार दिनों से जम्मू-कश्मीर के पुलवामा से लेकर दिल्ली, हरियाणा और यूपी तक छापेमारी कर रही हैं। शक है कि उमर की लाल ईको स्पोर्ट्स कार से एनसीआर के कई इलाकों में अमोनियम नाइट्रेट पहुंचाया गया था। यह कार फर्जी कागज़ों पर केवल विस्फोटक ढोने के लिए खरीदी गई थी, जिसे फरीदाबाद के खंदावली गांव से बरामद किया गया है।

277 किलो विस्फोटक का सुराग नहीं

जांच में खुलासा हुआ कि जैश के फरीदाबाद-सहारनपुर मॉड्यूल ने करीब 3,200 किलो विस्फोटक जमा किया था, जिसमें से अब तक 2,923 किलो बरामद हो चुका है। बचे हुए 277 किलो विस्फोटक का पता नहीं लग पाया है। माना जा रहा है कि इसका कुछ हिस्सा धमाके में इस्तेमाल हुआ, जबकि बाकी कहीं छिपाया गया है।

डॉ. उमर की गतिविधियों पर नया खुलासा

सूत्रों के अनुसार, धमाके से पहले उमर उत्तर-पश्चिम दिल्ली में एक व्यक्ति से मिलने गया था, जिसका अब तक कोई पता नहीं चला। इसके अलावा वह तुर्कमान गेट की दरगाह फैज-ए-इलाही भी गया था, जहां से उसकी सीसीटीवी फुटेज मिली है।

खंदावली गांव में छापेमारी

फरीदाबाद पुलिस ने एनआईए और एनएसजी के साथ खंदावली गांव में पूरे दिन तलाशी अभियान चलाया। पूछताछ में सामने आया कि उमर का ड्राइवर फहीम ने कार अपने जीजा फहीमुद्दीन के खाली प्लॉट पर खड़ी की थी। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की है।

अमोनियम नाइट्रेट बेचने वालों पर शिकंजा

नूंह जिले में उन खाद विक्रेताओं की तलाश की जा रही है जिन्होंने आतंकियों को अमोनियम नाइट्रेट बेचा। मेवात के भीड़भाड़ वाले बाजारों की वीडियोग्राफी कर जम्मू-कश्मीर पुलिस को भेजी गई है ताकि संदिग्धों की पहचान की जा सके।

आतंकी डॉ. आदिल अहमद से जुड़े सबूत

जांच टीम को आदिल अहमद के घर के बाहर 31 अक्टूबर का श्रीनगर-दिल्ली फ्लाइट टिकट मिला है, जिससे स्पष्ट होता है कि वह धमाके से 10 दिन पहले दिल्ली में मौजूद था।

महिला आतंकी अफीरा बीबी की तलाश

एजेंसियां अब जैश की महिला कमांडर अफीरा बीबी की तलाश में हैं, जो अजहर महमूद की बहन सादिया के संपर्क में थी। माना जा रहा है कि धमाके की साजिश में उसकी भी भूमिका रही है।

11 दिन तक भूमिगत रहा डॉ. उमर

उमर, अपने साथी मुजम्मिल की गिरफ्तारी के बाद 11 दिन तक भूमिगत रहा और इस दौरान उसने मोबाइल फोन का इस्तेमाल बंद कर दिया। उसके पास तीन कारें थीं — i20, इकोस्पोर्ट्स और ब्रेज़ा। धमाके में i20 का उपयोग किया गया जबकि बाकी दो बरामद कर ली गई हैं।

तीन नए गिरफ्तार, नूंह में खाद व्यापारी हिरासत में

पिछले 24 घंटे में एजेंसियों ने एक डॉक्टर और दो अन्य व्यक्तियों को हापुड़ व फरीदाबाद से गिरफ्तार किया है। हापुड़ के जीएस मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. फारूक अहमद डार को बुधवार देर रात पकड़ा गया। इसके अलावा उमर का ड्राइवर फहीम और अल फलाह यूनिवर्सिटी के एचआर विभाग का कर्मचारी जमील भी गिरफ्तार हुआ है।