Free fodder seed scheme in Rabi season : दो या अधिक गाय-भैंस रखने वालों को मिलेगा फायदा
India News Live,Digital Desk : रबी सीजन में दुधारू पशु पालने वाले किसानों और पशुपालकों के लिए एक राहतभरी खबर है। पशुपालन विभाग अब उन्हें मुफ्त बरसीम बीज मिनीकिट उपलब्ध कराने जा रहा है। यह योजना पशुओं के लिए अतिरिक्त हरे चारे के विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
विभाग ने इस साल 24,896 मिनीकिट बांटने का लक्ष्य तय किया है। योजना के लाभ के लिए पात्र वही किसान होंगे जिनके पास कम से कम दो दुधारू पशु हों।
दो दुधारू पशु वाले किसानों को मिलेगा फायदा
पशुपालन विभाग ने बताया कि इस योजना के तहत 622.40 क्विंटल बीज का निश्शुल्क वितरण किया जाएगा। लाभार्थियों के चयन की प्रक्रिया जिलों में शुरू कर दी गई है।
लाभार्थियों को 0.1 हेक्टेयर (लगभग 0.25 एकड़) से लेकर 0.5 हेक्टेयर (लगभग 1.25 एकड़) भूमि पर बीज बोने की अनुमति होगी।
चयनित किसान के पास अपनी सिंचित भूमि होना आवश्यक है, ताकि बीज उत्पादन बेहतर हो सके।
किन्हें मिलेगी प्राथमिकता
सरकार ने तय किया है कि योजना में लघु और सीमांत किसानों, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के पशुपालकों, महिला लाभार्थियों, और दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के सदस्यों को प्राथमिकता दी जाएगी।
साथ ही, जिन क्षेत्रों में गो-आश्रय स्थलों की सिंचित भूमि है, उन्हें भी इस योजना के तहत वरीयता मिलेगी।
पहले लाभ पाने वाले को दोबारा मौका नहीं
विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिन किसानों को पहले इस योजना का लाभ मिल चुका है, उन्हें दोबारा पात्र नहीं माना जाएगा।
प्रत्येक 0.25 एकड़ भूमि के लिए 25 किलो प्रमाणित बरसीम बीज का मिनीकिट दिया जाएगा।
हालांकि, खेत की तैयारी, सिंचाई और कटाई पर आने वाला खर्च किसान को स्वयं उठाना होगा।
पारदर्शी चयन प्रक्रिया के निर्देश
योजना के तहत लगभग 1.5 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
लाभार्थियों का चयन प्रत्येक जिले में मुख्य पशुचिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति करेगी।
इस समिति में उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी सदस्य सचिव और पशु चिकित्साधिकारी सदस्य के रूप में शामिल होंगे।
निदेशक योगेंद्र पवार ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि योजना का क्रियान्वयन पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाए, ताकि वास्तविक पशुपालकों तक लाभ पहुंच सके।
मंडलवार मिनीकिट वितरण लक्ष्य
| मंडल | लक्ष्य (संख्या में) |
|---|---|
| मेरठ | 3876 |
| झांसी | 240 |
| मुरादाबाद | 2770 |
| आगरा | 2090 |
| अलीगढ़ | 1970 |
| चित्रकूट | 270 |
| कानपुर | 1480 |
| प्रयागराज | 770 |
| सहारनपुर | 3300 |
| देवीपाटन | 790 |
| गोरखपुर | 400 |
| बस्ती | 370 |
| आजमगढ़ | 500 |
| वाराणसी | 820 |
| मीरजापुर | 300 |
| लखनऊ | 2000 |
| अयोध्या | 1230 |
| बरेली | 1720 |