पूर्णिमा पर करें मां लक्ष्मी का चालीसा पाठ, मिलेगा सुख-समृद्धि और मनचाहा फल

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India News Live, Digital Desk: पूर्णिमा तिथि को हिन्दू धर्म में बहुत ही पवित्र माना गया है। इस दिन स्नान-दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। इसके अलावा भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने से घर में सुख, समृद्धि और सौभाग्य का वास होता है।

इस वर्ष ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा बुधवार, 11 जून 2025 को है। इस खास अवसर पर श्रीलक्ष्मी चालीसा का पाठ करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के दुख-दरिद्रता का नाश होता है।

श्रीलक्ष्मी चालीसा के पाठ का महत्व:
श्रीलक्ष्मी चालीसा एक भक्ति रस में डूबा हुआ स्तोत्र है, जिसमें मां लक्ष्मी के स्वरूप, उनके चरित्र और कृपा का सुंदर वर्णन मिलता है। यह चालीसा पाठ करने से न सिर्फ मानसिक शांति मिलती है, बल्कि धन, ऐश्वर्य और शुभ फल भी प्राप्त होते हैं।

यह चालीसा बताती है कि किस प्रकार मां लक्ष्मी हर युग में भगवान विष्णु के साथ अवतरित होकर सेवा करती हैं, और भक्तों की हर प्रकार की इच्छा पूर्ण करती हैं। चालीसा में लिखा है कि जो व्यक्ति श्रद्धा और विश्वास से इसका पाठ करता है, उसे कभी कोई दुख नहीं सताता।

पूर्णिमा पर पाठ का विशेष लाभ:
पूर्णिमा के दिन अगर श्रद्धा और भक्ति से श्रीलक्ष्मी चालीसा का पाठ किया जाए, तो मां लक्ष्मी अत्यंत प्रसन्न होती हैं। विशेष रूप से जो व्यक्ति निर्धनता, बीमारी, या संतानहीनता जैसी समस्याओं से परेशान हैं, उन्हें इस दिन यह पाठ अवश्य करना चाहिए।

पाठ करते समय मन को एकाग्र रखें, भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का ध्यान करें और संकल्प लें कि आप यह पाठ सच्चे भाव से कर रहे हैं। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है।