5-day festival of lights : धनतेरस से भाई दूज तक दीपक जलाने के शुभ स्थान
- by Priyanka Tiwari
- 2025-10-16 17:32:00
India News Live,Digital Desk : भारत में दीपावली सिर्फ त्योहार ही नहीं, बल्कि जीवन में समृद्धि, स्वास्थ्य और खुशहाली लाने का पर्व भी है। 2025 में यह 5 दिनों तक चलेगा, जिसकी शुरुआत धनतेरस (18 अक्टूबर) से होगी और अंतिम दिन भाई दूज (23 अक्टूबर) मनाया जाएगा। आइए जानते हैं, हर दिन कौन से स्थानों पर दीपक जलाना शुभ माना गया है।
1. धनतेरस – 18 अक्टूबर (शनिवार)
दीपोत्सव की शुरुआत धनतेरस से होती है। इस दिन सूर्यास्त के बाद 13 दीपक घर में अलग-अलग स्थानों पर जलाना चाहिए। ऐसा करने से कुबेर देव की कृपा मिलती है और धन संबंधी परेशानियाँ दूर होती हैं।
साथ ही धनतेरस की शाम को यमराज के निमित्त दक्षिण दिशा में चौमुखा दीपक जलाना भी शुभ माना जाता है। इससे पूरे परिवार को स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
2. छोटी दीवाली (काली चौदस) – 19 अक्टूबर (रविवार)
छोटी दीवाली को काली चौदस भी कहा जाता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा का भी महत्व है।
इस दिन 14 दीपक जलाने का विशेष महत्व है।
इन्हें मंदिर, मुख्य द्वार, रसोई और तुलसी के पास रखा जा सकता है।
छोटी दीवाली पर घर को सजाना और दीपक जलाना खुशहाली का प्रतीक माना जाता है।
3. दीवाली – 20 अक्टूबर (सोमवार)
दीपोत्सव का मुख्य दिन दीपावली है।
इस दिन लक्ष्मी-गणेश पूजन का विशेष महत्व है।
घर के मुख्य प्रवेश द्वार पर उत्तर या पूर्व दिशा में दीपक जलाना शुभ होता है।
तुलसी के पास भी दीपक जलाना धन और सुख-शांति लाने वाला माना गया है।
4. गोवर्धन पूजा – 22 अक्टूबर (बुधवार)
गोवर्धन पूजा के दिन गिरिराज महाराज की नाभि पर दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है।
इसके अलावा घर के आंगन में दीपक जलाना भी लाभकारी है।
यह दिन प्राकृतिक संतुलन और खुशहाली बनाए रखने के लिए आदर्श है।
5. भाई दूज – 23 अक्टूबर (बृहस्पतिवार)
भाई दूज को यम द्वितीया भी कहा जाता है।
इस दिन घर के बाहर यमराज का चौमुखा दीपक जलाना शुभ होता है।
घर की दक्षिण दिशा में तेल का दीपक जलाना भी विशेष लाभकारी माना जाता है।
ऐसा करने से जीवन में बाधाएँ दूर होती हैं और परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
इस प्रकार, धनतेरस से भाई दूज तक हर दिन सही स्थान पर दीपक जलाने से न केवल घर रोशन होता है, बल्कि परिवार में सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य भी बढ़ता है।