Major progress at COP30 in Brazil : जलवायु फंडिंग तीन गुना करने पर देशों की सहमति

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India News Live,Digital Desk : ब्राजील में हो रहे संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन काप-30 में आखिरकार देशों के बीच समझौते का रास्ता साफ होता दिख रहा है। ग्रीनहाउस गैसों में कटौती और क्लाइमेट फंडिंग जैसे सबसे विवादित मुद्दों पर लंबे समय से चल रही खींचतान अब लगभग समाप्त हो चुकी है।

बेलम शहर में 10 नवंबर से चल रहा यह सम्मेलन शुक्रवार को खत्म होना था, लेकिन कई अहम मुद्दों पर सहमति न बनने के कारण बातचीत रात भर जारी रही। जीवाश्म ईंधनों पर यूरोपियन यूनियन और सऊदी अरब सहित कई अरब देशों के बीच बने मतभेद को मेजबान देश ब्राजील ने लगातार बातचीत के जरिए हल करने की कोशिश की, जो अब सफल होती दिख रही है।

शनिवार को जारी मसौदे में सामने आया कि सभी देश जलवायु परिवर्तन से निपटने की रफ्तार बढ़ाने, जलवायु से जुड़ी व्यापारिक बाधाओं की समीक्षा करने और विकासशील देशों के लिए दिए जाने वाले फंड को तीन गुना करने पर सहमत हो गए हैं। यह फंड उन गरीब देशों के लिए बेहद अहम है जो चरम मौसमी घटनाओं से लगातार संघर्ष कर रहे हैं।
यूरोपियन यूनियन के क्लाइमेट कमिश्नर वोपके होएस्ट्रा ने भी मसौदे को स्वीकार्य बताया। चूंकि किसी भी वैश्विक समझौते को लागू करने के लिए सर्वसम्मति आवश्यक होती है, इसलिए यह कदम बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।

जीवाश्म ईंधनों पर अभी भी मतभेद

काप-30 के अध्यक्ष आंद्रे कोरेया डो लागो ने बताया कि जीवाश्म ईंधनों को लेकर अब भी वैश्विक स्तर पर कोई एक राय नहीं बन सकी है। इसी कारण इस मुद्दे पर तैयार रोडमैप को आधिकारिक समझौते का हिस्सा नहीं बनाया जाएगा, बल्कि इसे अलग से जारी किया जाएगा।

हालांकि, 2035 तक जलवायु फंडिंग को तीन गुना करने का फैसला काप-30 के अंतिम समझौते में शामिल होगा। यह उन गरीब देशों के लिए बड़ी राहत है, जो जलवायु परिवर्तन के असर से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और लंबे समय से वित्तीय मदद की मांग कर रहे थे।