गोरखपुर में वर्षा जल संचयन को लेकर सख्ती, बिना सिस्टम वाली इमारतों पर गिरेगी गाज

Post

India News Live,Digital Desk : गोरखपुर में अब वर्षा जल संचयन प्रणाली (वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम) की अनदेखी करना भारी पड़ सकता है। जिन इमारतों में यह प्रणाली नहीं लगाई गई है, उनके मालिकों पर अब कार्रवाई की तैयारी शुरू हो चुकी है। शासन के निर्देश पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने सख्ती दिखाते हुए ऐसी इमारतों की सूची बनानी शुरू कर दी है, जिनका निर्माण 1 जनवरी 2020 के बाद 300 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल में हुआ है।

अब तक की जांच में 437 निर्माण चिन्हित किए गए हैं। यह पता लगाने के लिए कि इनमें वर्षा जल संचयन प्रणाली लगाई गई है या नहीं, चार अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों का नेतृत्व सहायक अभियंता राज बहादुर सिंह, ज्योति राय, अजय कुमार पांडेय और संजीव कुमार तिवारी कर रहे हैं। उनके साथ अवर अभियंता और नोटिस सर्वर भी नियुक्त किए गए हैं। सभी टीमों को सात दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है।

जीडीए के उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन के निर्देश पर यह कदम उठाया गया है। रिपोर्ट आने के बाद जिन इमारतों में यह प्रणाली नहीं लगी है, उन्हें नोटिस देकर सुधार का मौका दिया जाएगा। इसके बाद भी यदि नियमों का पालन नहीं हुआ, तो संबंधित भवन स्वामियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

यह सख्ती दैनिक जागरण की रिपोर्ट के बाद देखने को मिल रही है, जिसमें बताया गया था कि वर्षा जल संचयन योजनाएं केवल कागजों पर सिमट कर रह गई हैं। रिपोर्ट को मुख्यमंत्री कार्यालय ने गंभीरता से लेते हुए जीडीए को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए।

जल विशेषज्ञों का कहना है कि गोरखपुर में हर साल भूजल स्तर 40 से 60 सेंटीमीटर तक गिर रहा है। एमएमएमयूटी के पूर्व सिविल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष डॉ. गोविंद पांडेय के अनुसार, पानी का अत्यधिक दोहन हो रहा है, लेकिन उसे रिचार्ज करने की कोई पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। इससे न सिर्फ जलस्तर घट रहा है, बल्कि पानी में फ्लोराइड और आर्सेनिक जैसे हानिकारक तत्व भी बढ़ रहे हैं।

रामगढ़ताल की भूमिका भी सीमित होती जा रही है। यहां कई जगह अतिक्रमण और गंदे नालों का पानी पहुंचने से जलशोधन क्षमता प्रभावित हो रही है।

जांच टीमों में शामिल सदस्य:

टीम 1 (राज बहादुर सिंह के नेतृत्व में):
मनीष त्रिपाठी, शोभित कन्नौजिया, संजू साव, सूरज कुमार, अनिल सिंह, उमेश सिंह।

टीम 2 (ज्योति राय के नेतृत्व में):
प्रभात कुमार निषाद, धर्मेश कुमार, अनुपमा कुशवाहा, रामलखन पाल, राधेश्याम साहनी, आजाद साहनी।

टीम 3 (अजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में):
रोहित पाठक, सुनील शर्मा, पूनम यादव, शमशाद आलम, रिंकू कन्नौजिया, निजामुद्दीन।

टीम 4 (संजीव कुमार तिवारी के नेतृत्व में):
दीप कुमार गुप्ता, धर्मेंद्र कुमार गोंड, कमलेश तिवारी, जैनेंद्र सिंह, रमेश यादव।