Owaisi's visit to Seemanchal : नीतीश को समर्थन का संकेत, लेकिन ‘इंसाफ’ की शर्त के साथ
India News Live,Digital Desk : सीमांचल में एआईएमआईएम को मिली बड़ी कामयाबी के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी दो दिनों के दौरे पर यहां पहुंचे। उन्होंने पूर्णिया, अररिया और किशनगंज में अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होकर लोगों का धन्यवाद किया और कहा कि यह जीत जनता के भरोसे की जीत है।
शनिवार को किशनगंज के कोचाधामन प्रखंड के रहमतपाड़ा में उन्होंने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनने की बधाई दी और साफ कहा कि वे उन्हें समर्थन देने के लिए तैयार हैं, लेकिन शर्त एक ही है—सीमांचल के साथ न्याय होना चाहिए।
ओवैसी ने कहा कि यहां सिर्फ मुसलमान नहीं, बल्कि आदिवासी, दलित और सभी वंचित समुदाय विकास के हकदार हैं। इसलिए सरकार को उनकी समस्याओं पर गंभीरता से काम करना होगा।
उन्होंने बताया कि सीमांचल के लोगों ने एआईएमआईएम को पांच विधायक चुनकर भेजे हैं। ये विधायक सिर्फ अपने-अपने क्षेत्रों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि पूरे सीमांचल की बेहतरी के लिए मिलकर काम करेंगे।
उन्होंने आश्वासन दिया कि एएमयू सेंटर, किशनगंज के निर्माण में आ रही दिक्कतों को दूर करने की कोशिश की जाएगी। साथ ही कोचाधामन में एक डिग्री कॉलेज खोलने की दिशा में भी सरवर आलम काम करेंगे।
कार्यक्रम में कोचाधामन विधायक मोहम्मद सरवर आलम, बहादुरगंज विधायक तौसीफ आलम, जोकीहाट विधायक मोहम्मद मुर्शिद आलम, बायसी विधायक गुलाम सरवर और अमौर विधायक अख्तरूल इमान भी मौजूद थे।
अन्य राज्यों में भी दिख रहा असर
ठाकुरगंज में ओवैसी ने कहा कि यहां की जनता ने नया इतिहास लिख दिया। पार्टी उम्मीदवार गुलाम हसनैन को 76,463 वोट मिले, जो अपने आप में बड़ी बात है।
उन्होंने कहा कि भले ही जीत हाथ न लगी हो, लेकिन लोगों का भरोसा ही असली ताकत है। सीमांचल में मिली यह सफलता अब उत्तर प्रदेश, बंगाल और अन्य राज्यों की राजनीति में भी असर छोड़ रही है।
लोहागाड़ा हाट (बहादुरगंज) की सभा में उन्होंने स्पष्ट कहा कि सीमांचल का पलायन रोकना और भ्रष्टाचार हटाना उनके प्रमुख एजेंडे में शामिल है। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि पार्टी इन मुद्दों पर लगातार काम करेगी।