Old wounds reopen at the White House : MBS की मौजूदगी पर 9/11 पीड़ितों का गुस्सा फूटा
India News Live,Digital Desk : व्हाइट हाउस में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) की मौजूदगी के दौरान खूब तनाव देखने को मिला। ओवल ऑफिस के बाहर 9/11 हमलों में मारे गए लोगों के परिजन जोर-जोर से नारे लगा रहे थे। हादसे को 23 साल बीत चुके हैं, लेकिन पीड़ित परिवारों का दर्द आज भी कम नहीं हुआ है। प्रिंस की अमेरिका यात्रा ने उनके जख्म फिर से हरा कर दिए हैं।
अंदर प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी, जबकि बाहर परिजन जवाबदेही की मांग कर रहे थे। इस बीच सलमान ने कहा कि 9/11 हमले दरअसल अमेरिका और सऊदी अरब के रिश्ते को तोड़ने की ओसामा बिन लादेन की साजिश थे।
"लादेन ने जानबूझकर सऊदी नागरिकों का इस्तेमाल किया"
प्रिंस सलमान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
"ओसामा बिन लादेन का मकसद दोनों देशों के रिश्तों को नुकसान पहुंचाना था। उसने सऊदी नागरिकों को इसलिए चुना ताकि अमेरिका सऊदी अरब को शक की नजर से देखे।"
उन्होंने कहा कि CIA दस्तावेज भी इसी ओर इशारा करते हैं कि लादेन संबंधों में दरार डालना चाहता था। उन्होंने यह भी बताया कि उनका परिवार खुद अमेरिका में रहता है, इसलिए वे पीड़ित परिवारों के दर्द को अच्छी तरह समझ सकते हैं।
"ऐसी गलती दोबारा नहीं होने देंगे"
प्रिंस सलमान ने भरोसा दिलाया कि सऊदी अरब अब किसी भी कीमत पर ऐसा हादसा दोबारा नहीं दोहरने देगा।
बाहर मौजूद परिवार तख्तियां उठाए नारे लगा रहे थे—‘न्याय चाहिए’, ‘सऊदी जवाब दे’। कई परिवारों का मानना है कि सऊदी अरब की भूमिका आज भी पूरी तरह सामने नहीं आई है।
खशोगी हत्याकांड पर भी सवाल
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या का मुद्दा भी उठा। 2018 में इस्तांबुल स्थित सऊदी दूतावास में खशोगी की हत्या हुई थी, और अमेरिकी एजेंसियों ने इसका आरोप खुद प्रिंस पर लगाया था।
हालांकि सलमान ने हमेशा इन आरोपों से दूरी बनाई है। इस बार भी उन्होंने बस इतना कहा कि अतीत को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना चाहिए।
लेकिन मानवाधिकार संगठन और पीड़ित परिवार अब भी स्पष्ट जवाब चाहते हैं।