Now the elderly will get pension without applying : योगी सरकार के फैसले से इंद्राणी और लाल मणि को मिली बड़ी राहत
India News Live,Digital Desk : उत्तर प्रदेश सरकार बेसहारा, बुजुर्गों और दिव्यांगों के जीवन को आसान बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। राज्य में चल रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पूरी पारदर्शिता और समय पर पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। इसी कड़ी में वृद्धावस्था पेंशन योजना की प्रक्रिया को और सरल बनाते हुए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है—अब पात्र बुजुर्गों को पेंशन पाने के लिए किसी तरह का आवेदन नहीं करना पड़ेगा।
इस फैसले ने हजारों बुजुर्गों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। फतेहपुर के खानपुर में रहने वाली 71 वर्षीय इंद्राणी को हर महीने पेंशन की औपचारिकताएँ पूरी करने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते थे। गठिया के दर्द से जूझते हुए यह सफर उनके लिए बेहद मुश्किल हो जाता था। लेकिन अब उन्हें यह परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी।
प्रयागराज के कोरांव में रहने वाले 76 वर्षीय लाल मणि, जो नि:संतान हैं, उम्र और स्वास्थ्य की वजह से दफ्तर नहीं जा पाते थे। नए आदेश ने उनकी समस्या भी खत्म कर दी है। दोनों की तरह हजारों बुजुर्गों को इस फैसले से राहत मिली है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रयागराज जिले में 1.63 लाख से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना का लाभ पहुँच चुका है। जिला समाज कल्याण अधिकारी राम शंकर पटेल ने बताया कि मौजूदा वित्तीय वर्ष की दूसरी किश्त में कुल 1,63,968 बुजुर्गों को पेंशन वितरित की गई। पिछले वर्ष की समीक्षा के बाद 4100 मृतक लाभार्थियों को सूची से हटाया गया और नए पात्र लोगों को शामिल किया गया। हर साल वृद्धावस्था पेंशन योजना का दायरा बढ़ रहा है और लाभार्थियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
प्रयागराज मंडल में भी इस योजना का तेजी से विस्तार होता दिख रहा है। पूरे उत्तर प्रदेश में इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 67.50 लाख बुजुर्गों को पेंशन जारी की गई, जबकि केवल प्रयागराज मंडल में यह संख्या 5,06,375 तक पहुँच गई है।