Margashirsha Amavasya 2025 : शिव और पितरों की कृपा पाने के लिए करें ये मंत्र और पूजा

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India News Live,Digital Desk : मार्गशीर्ष अमावस्या 2025 पर भगवान शिव की आराधना और पितरों की कृपा के लिए किए जाने वाले उपाय अत्यंत फलदायी माने गए हैं। इस दिन मंत्र जप, दान-पुण्य और दीपदान करने से जीवन में सुख-समृद्धि, पितृ कृपा और मानसिक शांति प्राप्त होती है।

भगवान शिव के प्रमुख मंत्र

ॐ नमः शिवाय – यह सबसे सरल और प्रभावी मंत्र है, जो शिव की कृपा और आशीर्वाद दिलाता है।

ॐ नमो भगवते रूद्राय – रूद्र रूप के शिव का आह्वान करता है, संकटों से मुक्ति दिलाता है।

ऊं पषुप्ताय नमः – शिव के पशुपति स्वरूप का स्मरण।

शिव गायत्री मंत्र –

  1. ॐ महादेवाय विद्महे रुद्रमूर्तये धीमहि तन्नः शिवः प्रचोदयात्

ज्ञान और विवेक को बढ़ाने वाला मंत्र।

महामृत्युनजय मंत्र –

  1. ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्, उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्

लंबी उम्र और भय से मुक्ति देने वाला शक्तिशाली मंत्र।

कर्पूरगौरं मंत्र –

  1. कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारम् भुजगेन्द्रहारम् । सदावसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं नमामि

ध्यान मंत्र –

  1. करचरण कृतं वाक्कायजं कर्मजं वा। श्रवणनयनजं वा मानसं वापराधं। विहितमविहितं वा सर्वमेतत्क्षमस्व। जय जय करुणाब्धे श्रीमहादेव शम्भो॥

पितरों की कृपा पाने के मंत्र

  1. ऊं पितृभ्यः स्वधायिभ्यः स्वाहा
  2. ऊं तत्पुरुषाय विद्महे, महामृत्युंजय धीमहि, तन्नो पितृ प्रचोदयात्
  3. ऊं नमो भगवते वासुदेवाय
  4. ऊं पितृ देवतायै नमः
  5. ऊं देवताभ्य: पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च, नम: स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नम:

इस दिन करने योग्य अन्य उपाय

  • संभव हो तो पवित्र नदी या सरोवर में स्नान करें।
  • घर पर भी गंगाजल से स्नान किया जा सकता है।
  • स्नान के बाद व्रत का संकल्प लें और पूजा-पाठ करें।
  • मंत्रों का उच्चारण और पितृ चालीसा का पाठ विशेष फलदायी रहेगा।
  • इस दिन किए गए दान और दीपदान से पितृ कृपा और मानसिक शांति दोनों प्राप्त होती है।

मार्गशीर्ष अमावस्या पर इन उपायों और मंत्रों के नियमित पालन से साधक को जीवन में सुख, समृद्धि और पितृ कृपा की प्राप्ति होती है।