Jammu border under tight winter surveillance : घने कोहरे में भी घुसपैठियों के लिए बच निकलना मुश्किल
India News Live,Digital Desk : जम्मू सीमा पर सर्दियों की शुरुआत के साथ ही BSF ने सुरक्षा का घेरा और भी मजबूत कर दिया है। घने कोहरे की आड़ में पाकिस्तान से घुसपैठ की कोशिशें बढ़ने का खतरा रहता है, लेकिन इस बार सीमा प्रहरियों ने आधुनिक तकनीक और पुख्ता रणनीति के साथ ऐसे सभी प्रयासों को नाकाम करने की तैयारी कर ली है।
दिसंबर में ठंड बढ़ते ही बॉर्डर पर कोहरा घना होने लगता है। ऐसे वक्त में घुसपैठ की आशंका भी बढ़ जाती है। इसी चुनौती को देखते हुए BSF जम्मू फ्रंटियर ने अपनी ‘विंटर मैनेजमेंट स्ट्रैटेजी’ को और अधिक प्रभावी बनाया है। इस समय हाई-टेक उपकरणों के साथ सीमा का एंटी-इन्फिल्ट्रेशन ग्रिड हाई अलर्ट पर है। अतिरिक्त नाके लगाए गए हैं, जवानों की संख्या बढ़ाई गई है और सीमांत इलाकों में बड़े पैमाने पर संयुक्त तलाशी अभियान चल रहे हैं।
पिछले तीन दिनों में BSF, जम्मू-कश्मीर पुलिस, SOG और बॉर्डर पुलिस ने कठुआ, सांबा और जम्मू जिलों के सीमावर्ती इलाकों में लगातार तलाशी अभियान चलाए हैं। कई जगहों पर अचानक नाके लगाकर संदिग्ध लोगों और वाहनों की जांच की जा रही है। 192 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सतर्कता का स्तर इतना ऊंचा है कि घुसपैठ की नीयत रखने वाले दुश्मन भी हालात को भांप रहे हैं।
BSF अधिकारियों के मुताबिक, सर्दियों की हर चुनौती को ध्यान में रखते हुए पूरी तैयारी की गई है। घने कोहरे के बावजूद HD नाइट विज़न, ग्राउंड सेंसर्स, थर्मल इमेजर्स और कंट्रोल रूम मॉनिटरिंग की मदद से सीमा के हर इंच पर निगाह रखी जा रही है। सरहद पर मौजूद नाकों के बीच नए नाके भी बनाए गए हैं ताकि जवानों के बीच तालमेल बेहतर रहे। सीमांत इलाकों में सरकंडे हटाए जा रहे हैं ताकि कोई इनकी आड़ में न पहुंच सके।
भूमिगत सुरंगों की आशंका को देखते हुए JCB और ट्रैक्टरों से कई इलाकों में खुदाई करवाकर जमीन की लगातार जांच हो रही है। अधिकारियों के लगातार दौरे हो रहे हैं ताकि निगरानी में किसी तरह की कमी न रहे।
संयुक्त रणनीति से घुसपैठ के सभी रास्ते बंद
राजौरी और पुंछ में बर्फबारी के बाद आतंकी अक्सर जम्मू के मैदानी इलाकों से घुसपैठ की कोशिश करते हैं। इसी खतरे को देखते हुए सेना, BSF, खुफिया एजेंसियों और JKP ने एक संयुक्त रणनीति तैयार की है। उन जगहों की पहचान कर ली गई है जहां से घुसपैठ की संभावना रहती है। इन स्थानों पर सुरक्षा तंत्र को और मजबूत किया गया है।
हाल ही में BSF के DG दलजीत सिंह और सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने बॉर्डर इलाकों का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की।
इन इलाकों में चले बड़े तलाशी अभियान:
- सांबा: बसंतर नदी, देगा नाला, तारापुर, कोलपुर
- जम्मू: अरनिया, बिश्नाह का कठार गांव
- सांबा: सदोह, आरंगल, मावा
- कठुआ: कोट पन्नू, मढ़ीन
- जम्मू: कानाचक्क सेक्टर के कृपालपुर और गजनसू
सर्दियों के महीनों में ऐसे व्यापक अभियान लगातार जारी रहेंगे, ताकि किसी भी घुसपैठ की कोशिश को जन्म लेने से पहले ही कुचल दिया जाए।