सरकारी ज़मीन पर कब्ज़ा और फर्जी दस्तावेज़: माफिया अतीक के रिश्तेदारों पर शिकंजा

Post

India News Live,Digital Desk : प्रयागराज के करेली थाना क्षेत्र में माफिया अतीक अहमद के साढ़ू इमरान और उसके भाई जीशान जानू सहित कई अन्य आरोपियों पर शिकंजा कसता जा रहा है। इन पर सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर प्लाटिंग करने और फर्जी दस्तावेज़ों के जरिये उन्हें बेचने के गंभीर आरोप हैं। पुलिस ने इस मामले में साक्ष्य जुटा लिए हैं और अब गिरफ्तारी की तैयारी शुरू कर दी गई है।

तीन दिन पहले थानाध्यक्ष राजेश मौर्या की तहरीर पर करेली थाने में इमरान, जीशान, जाहिदा बेगम, कामरान, अर्शी, मोहम्मद रेहान, मोहम्मद अमीन, खुर्शीद अहमद, अली असगर, मोहम्मद अहमर, मोहम्मद नजर और एक अन्य मोहम्मद अमीन के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। मामला सिर्फ अवैध कब्जे तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें 2021 में गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क की गई जमीनों को दोबारा कब्जा कर बेचना भी शामिल है।

कुर्क जमीनों पर फिर से कब्जा और बिक्री

2021 में ऐनुद्दीनपुर में आठ संपत्तियों को जब्त किया गया था, जिनकी कुल कीमत करोड़ों में बताई जाती है। यह ज़मीनें इमरान, जीशान और जाहिदा बेगम के नाम थीं। उस समय पुलिस ने मुनादी करवाई थी और बोर्ड लगवाकर चेतावनी दी थी कि कोई भी व्यक्ति इन ज़मीनों से छेड़छाड़ न करे। परंतु 2023 में अतीक और अशरफ की हत्या के बाद इमरान ने फिर से इन ज़मीनों पर कब्जा कर प्लाटिंग कर दी और उन्हें बेच भी दिया।

सरकारी ज़मीन भी नहीं छोड़ी

इतना ही नहीं, इमरान और जीशान ने एक बीघा से ज्यादा सरकारी जमीन पर भी कब्जा कर उसे प्लाटिंग कर बेच दिया। इस संबंध में राजस्व विभाग के लेखपाल सुभाष चंद्र दिवाकर की तहरीर पर एक और मुकदमा दर्ज किया गया है।

स्थलीय निरीक्षण और नए बोर्ड

शुक्रवार को थानाध्यक्ष आशीष सिंह सिसौदिया ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क की गई नौ संपत्तियों का भौतिक निरीक्षण किया। सभी जमीनें कब्जा मुक्त पाई गईं, लेकिन कुछ जगहों पर बोर्ड क्षतिग्रस्त थे। उन्हें दुरुस्त कर फिर से लगाए गए और स्थानीय लोगों को चेतावनी दी गई कि इन ज़मीनों से कोई छेड़छाड़ न की जाए।

कड़ा संदेश: दोषियों पर होगी कठोर कार्रवाई

पुलिस कमिश्नर जोगिंदर कुमार ने स्पष्ट किया है कि कुर्क जमीन पर दोबारा कब्जा और बिक्री जैसे मामलों में कोई रियायत नहीं दी जाएगी। एसआईटी इन सभी संपत्तियों का सत्यापन कर रिपोर्ट तैयार कर रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।