Big appreciation to UNDP : भारत का विकास मॉडल दुनिया के लिए बना उदाहरण, समावेशन और तकनीक से रचे नए मानक

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India News Live,Digital Desk : संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के कार्यवाहक प्रशासक और संयुक्त राष्ट्र के अवर महासचिव हाओलियांग शू ने भारत की विकास यात्रा को वैश्विक स्तर पर प्रेरणा देने वाला बताया है। उनका कहना है कि भारत ने यह साबित किया है कि आर्थिक तरक्की और सामाजिक समावेशन एक साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ सकते हैं।

हाओलियांग शू के मुताबिक भारत सिर्फ आर्थिक आंकड़ों की कहानी नहीं लिख रहा, बल्कि तकनीक, डिजिटल ढांचा और सहभागी शासन के माध्यम से यह सुनिश्चित कर रहा है कि विकास के लाभ समाज के हर तबके तक बिना भेदभाव पहुंचे।

भारत के मॉडल की खुलकर तारीफ
अपने तीन दिवसीय भारत दौरे के दौरान उन्होंने कहा कि जलवायु अनुकूलन, नवीकरणीय ऊर्जा और डिजिटल वित्त में भारत के प्रयास दुनिया के लिए एक ‘संतुलित विकास पथ’ की मिसाल हैं—जहां अर्थव्यवस्था भी मजबूत होती है और प्रकृति की सुरक्षा भी सुनिश्चित रहती है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत का विकास मॉडल उन देशों के लिए रास्ता दिखाता है जो आर्थिक स्थिरता और जलवायु उत्तरदायित्व को साथ लेकर बढ़ना चाहते हैं।

वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत का नेतृत्व
शू ने मानव विकास सूचकांक की चिंताओं का भी जिक्र किया, जिसमें बताया गया है कि पिछले 35 वर्षों में वैश्विक प्रगति सबसे धीमी स्तर पर है। इसके बावजूद भारत ने गरीबी, जलवायु परिवर्तन, डिजिटल असमानता जैसी चुनौतियों से निपटने में उल्लेखनीय कदम उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि भारत और यूएनडीपी मिलकर विकास, वित्तपोषण और संस्थागत क्षमता को और मजबूत बना सकते हैं।

करोड़ों लोगों तक कैसे पहुंचा विकास का लाभ?
हाओलियांग शू ने मनरेगा और आयुष्मान भारत जैसे बड़े सामाजिक कार्यक्रमों का विशेष रूप से उल्लेख किया। उनका कहना है कि ये योजनाएं आजीविका सुरक्षा और सामाजिक सुरक्षा को एक साथ जोड़ती हैं, जिससे लाखों-करोड़ों परिवारों का जीवन बदला है।

इसके अलावा उन्होंने जन धन–आधार–मोबाइल (JAM) और यूपीआई जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की सराहना की। उनके अनुसार, इन नवाचारों ने करोड़ों नागरिकों तक बिना बिचौलियों के, तेज़ और पारदर्शी तरीके से सरकारी लाभ पहुंचाए हैं—और यही कारण है कि कई देश अब भारत के इन मॉडलों को अपनाने लगे हैं।