अब WhatsApp से Telegram और Signal यूज़र्स को भी भेज सकेंगे मैसेज — आने वाला है बड़ा अपडेट

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India News Live,Digital Desk : WhatsApp अपने यूज़र्स के लिए एक ऐसा फ़ीचर ला रहा है जो चैटिंग की दुनिया में बड़ा बदलाव ला सकता है। अब आपको टेलीग्राम या सिग्नल जैसे अलग-अलग मैसेजिंग ऐप डाउनलोड करने की ज़रूरत नहीं होगी, क्योंकि आप सीधे WhatsApp में ही दूसरे प्लेटफ़ॉर्म पर लोगों से चैट कर पाएँगे।

व्हाट्सएप का क्रॉस-प्लेटफॉर्म चैट फीचर क्या है?

मेटा के स्वामित्व वाला यह इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप लंबे समय से क्रॉस-प्लेटफ़ॉर्म मैसेजिंग पर काम कर रहा है। अब, WABetaInfo की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूरोपीय संघ के कुछ यूज़र्स को परीक्षण के लिए इस फ़ीचर का बीटा वर्ज़न मिला है।

इस फ़ीचर के साथ, व्हाट्सएप यूज़र्स अब उन लोगों को मैसेज भेज पाएँगे जो थर्ड-पार्टी ऐप्स (जैसे सिग्नल या टेलीग्राम) इस्तेमाल करते हैं। इसे एक्टिवेट करने के लिए, आपको सेटिंग्स > अकाउंट > थर्ड-पार्टी चैट्स में जाना होगा।

इस फीचर में नया क्या है?

इस नए व्हाट्सऐप फ़ीचर के ज़रिए यूज़र्स मैसेज, फ़ोटो, वीडियो, वॉइस नोट्स और डॉक्यूमेंट भेज पाएँगे। इसके अलावा, आप अपनी आने वाली चैट को दो तरीकों से व्यवस्थित कर सकते हैं।

संयुक्त इनबॉक्स: सभी व्हाट्सएप और तृतीय-पक्ष चैट एक साथ दिखाई देंगे। 

अलग इनबॉक्स: तृतीय-पक्ष चैट के लिए एक अलग फ़ोल्डर बनाया जाएगा।

हालाँकि, इस फ़ीचर में स्टेटस अपडेट, स्टिकर या गायब होने वाले मैसेज जैसी सुविधाएँ नहीं मिलेंगी। इसके अलावा, जिन लोगों को आपने व्हाट्सएप पर ब्लॉक किया है, वे अभी भी थर्ड-पार्टी ऐप्स के ज़रिए आपसे संपर्क कर सकते हैं।

गोपनीयता और सुरक्षा पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?

उपयोगकर्ताओं के पास यह निर्णय लेने का विकल्प होगा कि वे तृतीय-पक्ष ऐप्स से चैट अनुरोधों के लिए तत्काल सूचनाएं प्राप्त करना चाहते हैं या बाद में उनकी समीक्षा करना चाहते हैं।

हालाँकि व्हाट्सएप का दावा है कि वह थर्ड-पार्टी चैट की सामग्री नहीं पढ़ पाएगा, लेकिन इन ऐप्स की अलग-अलग डेटा सुरक्षा नीतियाँ होंगी। ये चैट अभी भी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन द्वारा सुरक्षित रहेंगी।

वैकल्पिक सुविधा, यूरोप में लॉन्च शुरू

सबसे खास बात यह है कि यह सुविधा पूरी तरह से वैकल्पिक होगी। यानी आप चाहें तो इसे बंद कर सकते हैं और व्हाट्सएप सामान्य रूप से काम करता रहेगा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह फीचर 2026 की शुरुआत में यूरोपीय संघ में लॉन्च होगा। हालांकि, वॉयस और वीडियो कॉलिंग के 2027 तक अन्य प्लेटफॉर्म पर आने की उम्मीद है।