Kartik Purnima : लक्ष्मी जी की आराधना से बदलें अपनी किस्मत
- by Priyanka Tiwari
- 2025-10-25 04:19:00
India News Live,Digital Desk : हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन स्नान और दान करने को बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि पूर्णिमा पर लक्ष्मी जी की पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि और धन-संबंधी परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
पूर्णिमा व्रत पूजा विधि
स्नान और आरंभ:
कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान करें। अगर संभव न हो तो घर पर गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
सूर्य देव की आराधना:
स्नान के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें और मंत्र ॐ घृणिः सूर्याय नमः का जप करें।
पूजा स्थल की तैयारी:
पूजा स्थल को साफ करें, गंगाजल का छिड़काव करें और चौकी पर साफ लाल कपड़ा बिछाएं।
मूर्ति स्थापना और आराधना:
भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। पूजा में धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें।
पूर्णिमा पर सत्यनारायण भगवान की कथा सुनाना भी अत्यंत शुभ माना जाता है।
मां लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के उपाय
पूजा के दौरान लाल फूल अर्पित करें।
कनकधारा स्त्रोत का पाठ जरूर करें।
11 कौड़ियों पर हल्दी लगाकर माता लक्ष्मी को अर्पित करें।
घी का दीपक जलाकर लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें।
इन कौड़ियों को तिजोरी या धन रखने वाले स्थान पर रखें।
ऐसा करने से धन-संबंधी परेशानियां दूर होती हैं और समृद्धि आती है।
मंत्रों का जप
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः
ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ
श्री लक्ष्मी बीज मंत्र:
ॐ श्री ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः।
लक्ष्मी प्रार्थना मंत्र:
नमस्ते सर्वगेवानां वरदासि हरे: प्रिया।
या गतिस्त्वत्प्रपन्नानां या सा मे भूयात्वदर्चनात्।
श्री लक्ष्मी महामंत्र:
ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।