Kareena Kapoor Khan reveals : नेपोटिज़्म से मिला मौका, लेकिन करियर बनाया मेहनत और दर्शकों ने

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India News Live,Digital Desk : बॉलीवुड की बेबो करीना कपूर ने हमेशा नेपोटिज़्म की बहस से दूरी नहीं बनाई है। उन्होंने खुलकर स्वीकार किया है कि एक नामी फिल्मी परिवार में जन्म लेना उनके लिए एक सौभाग्य रहा, जिसने शुरुआत के कई रास्ते आसान कर दिए। लेकिन वह यह भी मानती हैं कि इंडस्ट्री में टिकना केवल परिवार के नाम से नहीं होता, इसके लिए टैलेंट, मेहनत और दर्शकों का प्यार सबसे ज़रूरी है।

हाल ही में बरखा दत्त की किताब “वी द वीमेन” के लिए दिए गए इंटरव्यू में करीना ने कहा,
“नेपोटिज़्म आपको डेब्यू दे सकता है, पर लंबा करियर नहीं। आपका सरनेम नहीं, दर्शकों का प्यार आपकी किस्मत तय करता है।”

करीना के कज़िन आदर जैन ने भी अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा था कि उन्हें कभी भी ‘नेपोटिज़्म का फायदा’ नहीं मिला। वह बोले कि कपूर खानदान से होने के बाद भी न तो उन्हें बड़ी फिल्में मिलीं और न ही ब्रांड एंडोर्समेंट्स जैसी सुविधाएं। आदर ने कहा कि कई मायनों में वह खुद भाई-भतीजावाद के लाभ से वंचित रहे हैं।

करीना कपूर का वर्कफ्रंट:

करीना पिछली बार रोहित शेट्टी की ब्लॉकबस्टर “सिंघम अगेन” में अवनी कामत के किरदार में नज़र आई थीं। यह फिल्म 2024 में रिलीज़ हुई थी और इसमें अजय देवगन, रणवीर सिंह, अक्षय कुमार, दीपिका पादुकोण, टाइगर श्रॉफ और अर्जुन कपूर जैसे स्टार्स शामिल थे।

अब करीना जल्द ही नेटफ्लिक्स की डॉक्यूमेंट्री “डाइनिंग विद द कपूर्स” में दिखेंगी, जिसमें दर्शक कपूर परिवार की एक पारंपरिक पारिवारिक दावत के दौरान उनके रिश्तों और बंधनों को करीब से देख पाएंगे। इसका प्रीमियर 21 नवंबर को होगा। अरमान जैन द्वारा प्रोड्यूस और स्मृति मुंद्रा द्वारा निर्देशित इस डॉक्यूमेंट्री में कपूर परिवार के कई सदस्य शामिल होंगे—जैसे रणधीर कपूर, रीमा जैन, नीतू कपूर, रिद्धिमा कपूर साहनी, आधार जैन, नव्या नवेली नंदा और कई अन्य।