गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारे का विकास: भूमि अधिग्रहण अंतिम चरण में
- by Priyanka Tiwari
- 2025-10-25 03:52:00
India News Live,Digital Desk : गंगा एक्सप्रेसवे के पास प्रस्तावित औद्योगिक गलियारे की भूमि खरीद का काम अब अपने अंतिम चरण में है। अब तक लगभग 95 प्रतिशत भूमि खरीदी जा चुकी है और शेष लगभग पांच प्रतिशत भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।
इस परियोजना के लिए संभल तहसील के चार गांवों की भूमि का चयन किया गया था। इनमें से बसला गांव में किसानों से पूरी भूमि खरीदी जा चुकी है, जबकि अमावती कुतुबपुर, खिरनी मोइनुद्दीनपुर और सारंगपुर में कुछ हिस्से की खरीद अभी शेष है। शेष भूखंडों के लिए जिला प्रशासन ने अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
यूपी एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने कुल 239.2454 हेक्टेयर भूमि औद्योगिक गलियारे के लिए चिह्नित की थी। अब तक इस परियोजना के लिए 517 बैनामे कराए जा चुके हैं, जिसमें 1072 किसानों ने भाग लिया और 222.200 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया। इसमें से 17.0454 हेक्टेयर सरकारी भूमि को यूपीडा को अंतरित किया गया। किसानों से खरीदी गई भूमि के लिए 339.22 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है, जिसमें 17 करोड़ रुपये स्टांप शुल्क और 34.48 करोड़ रुपये निबंधन शुल्क शामिल हैं।
कुल मिलाकर इस परियोजना पर लगभग 369.68 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव है। अब तक 94.94 प्रतिशत भूमि खरीदी जा चुकी है, और शेष भूमि का अधिग्रहण प्रशासनिक प्रक्रिया के जरिए किया जाएगा। इसके लिए तीनों ग्राम सभाओं से प्रस्ताव प्राप्त कर लिया गया है। अधिग्रहण की जाने वाली भूमि में अमावती कुतुबपुर की 3.981 हेक्टेयर, खिरनी मोइनुद्दीनपुर की 5.5308 हेक्टेयर और सारंगपुर की 1.903 हेक्टेयर भूमि शामिल है। कुल मिलाकर तीनों गांवों की 11.4148 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी।
एडीएम संभल, प्रदीप वर्मा के अनुसार, “गंगा एक्सप्रेसवे के औद्योगिक गलियारे के लिए भूमि खरीद लगभग 95 प्रतिशत पूरी हो चुकी है। शेष भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में है। जैसे ही पूरी भूमि उपलब्ध होगी, औद्योगिक गलियारे का विकास कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इससे संभल जिले को औद्योगिक क्षेत्र में नई पहचान मिलेगी।”