भारतीय सेना की ताकत में बड़ा इजाफा: 79,000 करोड़ की नई सैन्य खरीद मंजूर
- by Priyanka Tiwari
- 2025-10-24 04:30:00
India News Live,Digital Desk : रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) ने शुक्रवार को तीनों सेनाओं की ताकत बढ़ाने के लिए कुल 79,000 करोड़ रुपये के सैन्य उपकरणों की खरीद मंजूर कर दी। इस खरीद में थल सेना के लिए नाग मिसाइल सिस्टम, हाई मोबिलिटी व्हीकल्स और ग्राउंड बेस्ड मोबाइल ईएलआईएनटी सिस्टम शामिल हैं। वहीं, नौसेना के लिए एडवांस टॉरपीडो, 30 मिमी सरफेस गन और रैपिड गन, तथा वायु सेना के लिए नेविगेशन और टेक-ऑफ/लैंडिंग क्षमता बढ़ाने वाले उपकरण शामिल हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई डीएसी की बैठक में इन प्रस्तावों को हरी झंडी दी गई।
थल सेना की क्षमता बढ़ेगी
डीएसी ने थल सेना के लिए नाग मिसाइल सिस्टम (NAMIS), ग्राउंड बेस्ड मोबाइल इलेक्ट्रॉनिक खुफिया उपकरण (GBMES), मैटेरियल हैंडलिंग क्रेन और हाई मोबिलिटी व्हीकल्स (HMV) की खरीद का प्रस्ताव मंजूर किया।
नाग मिसाइल दुश्मन के बंकरों, क्षेत्रीय किलेबंदी और लड़ाकू वाहनों को निष्क्रिय करने में मदद करेगी।
GBMES 24 घंटे इलेक्ट्रॉनिक खुफिया जानकारी मुहैया कराएगा।
HMV मुश्किल भौगोलिक इलाकों में रसद और सैनिकों की आपूर्ति क्षमता को बढ़ाएगा।
नौसेना की ताकत में इजाफा
नौसेना के लिए डीएसी ने लैंडिंग प्लेटफार्म डॉक्स (LPD), 30 मिमी नेवल सरफेस गन (NSG), एडवांस लाइटवेट टॉरपीडो (ALWT), इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल इन्फ्रा-रेड सर्च एंड ट्रैक सिस्टम और 76 मिमी सुपर रैपिड गन माउंट के लिए स्मार्ट गोला-बारूद की खरीद की मंजूरी दी।
LPD नौसेना को थल और वायु सेना के साथ संयुक्त अभियानों में सक्षम बनाएगी।
ALWT से पारंपरिक, परमाणु और छोटी पनडुब्बियों को निशाना बनाने की क्षमता बढ़ेगी।
NSG की मदद से समुद्री डकैती और कम तीव्रता वाले अभियानों में दक्षता बढ़ेगी।
वायु सेना की ताकत
वायु सेना के लिए लंबी दूरी लक्ष्य विध्वंसक प्रणाली (CLRTS/DS) की खरीद की योजना शामिल है। यह प्रणाली टेक-ऑफ, लैंडिंग, नेविगेशन और मिशन संचालन में स्वचालित क्षमता बढ़ाएगी।
डीएसी की मंजूरी के बाद अब ये प्रस्ताव कैबिनेट की रक्षा मामलों की समिति की अंतिम स्वीकृति के लिए जाएंगे।