भारत के सख्त रुख के बाद पाकिस्तान को पानी की किल्लत का डर, शहबाज शरीफ ने जताई बड़ी चिंता
- by Priyanka Tiwari
- 2025-07-02 12:15:00

India News Live,Digital Desk : भारत द्वारा सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को स्थगित करने के फैसले के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस मुद्दे को बेहद गंभीर मानते हुए ऐलान किया है कि अब उनकी सरकार देश में पानी के भंडारण की व्यवस्था को मजबूत करेगी, ताकि भविष्य में किसी भी संकट से निपटा जा सके।
पाकिस्तान की कृषि व्यवस्था काफी हद तक सिंधु, झेलम और चिनाब नदियों पर निर्भर करती है। इन नदियों का जलस्तर घटने से देश में खाद्य संकट और पीने के पानी की भारी कमी हो सकती है। यही वजह है कि पाकिस्तान सरकार अब जल संरक्षण की दिशा में ठोस कदम उठाने जा रही है।
शहबाज शरीफ ने मंगलवार को नेशनल इमरजेंसी ऑपरेशन्स सेंटर के दौरे के दौरान इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने साफ कहा कि भारत सिंधु जल समझौते को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है और पाकिस्तान इस चुनौती का जवाब तैयार करेगा।
उन्होंने कहा, "हमारे पास अब कोई और विकल्प नहीं बचा है। हमें अपने जल संसाधनों को संजोकर रखना होगा। डायमर भाशा डैम जैसे बड़े प्रोजेक्ट अब हमारी प्राथमिकता होंगे।" उन्होंने इस काम में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) की महत्वपूर्ण भूमिका की भी बात कही।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में हुए इस जल समझौते के तहत दोनों देशों के बीच नदियों के पानी का बंटवारा हुआ था। लेकिन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए इस समझौते को फिलहाल स्थगित कर दिया। पाकिस्तान को अब इस बात की चिंता सता रही है कि अगर भारत पानी के बहाव को रोक देता है, तो उसका कृषि क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित होगा।
शहबाज शरीफ ने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में उनकी सरकार जल संकट को लेकर और भी योजनाएं बनाएगी ताकि देश की जनता को पीने और सिंचाई के लिए पानी की कमी ना झेलनी पड़े।