What to offer to Shivling on Dhanteras : इन आसान उपायों से पाएं महादेव की कृपा और धन की बरसात
India News Live,Digital Desk : धनतेरस, दीपावली के पांच दिवसीय पर्व की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। यह दिन भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर को समर्पित होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस की त्रयोदशी तिथि भगवान शिव को भी अत्यंत प्रिय है?
इस वर्ष धनतेरस 18 अक्टूबर को मनाई जाएगी, और इस दिन प्रदोष काल में पूजा का विशेष महत्व है। कहा जाता है कि अगर इस शुभ संयोग पर भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाए, तो जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
तो आइए जानते हैं — धनतेरस के दिन शिवलिंग पर क्या अर्पित करें, जिससे भोलेनाथ की कृपा प्राप्त हो और घर में धन की वर्षा हो।
1. जल में काले तिल मिलाकर करें अभिषेक
इस बार धनतेरस के दिन शनि प्रदोष का संयोग बन रहा है। इसलिए इस दिन शिवलिंग पर काले तिल मिलाकर जल से अभिषेक करें और साथ ही ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें।
यह उपाय शनि दोष को शांत करता है, आर्थिक संकट दूर करता है और जीवन में स्थिरता लाता है।
2. बिल्व पत्र और सफेद चंदन से करें पूजा
भगवान शिव को बिल्व पत्र और सफेद चंदन बहुत प्रिय हैं। धनतेरस के दिन शिवलिंग पर बिल्व पत्र चढ़ाएं और उस पर सफेद चंदन से ‘ॐ’ या ‘नमः शिवाय’ लिखें।
इस उपाय से मन को शांति मिलती है और जीवन के सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
3. शहद से करें अभिषेक
यदि आप अपने जीवन में मधुरता और समृद्धि चाहते हैं, तो इस दिन शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करें।
शहद को मिठास और धन का प्रतीक माना जाता है। यह उपाय जीवन में खुशहाली लाता है और दरिद्रता को दूर करता है।
4. अक्षत चढ़ाने का महत्व
धनतेरस के दिन शिवलिंग पर अखंड अक्षत (पूरे चावल के दाने) चढ़ाना बेहद शुभ माना गया है। पूजा के बाद कुछ अक्षत अपने पर्स या तिजोरी में रख लें।
यह उपाय धन वृद्धि और स्थिरता का प्रतीक है और घर में हमेशा बरकत बनाए रखता है।
5. एक रुपये का सिक्का अर्पित करें
शिवलिंग पर जल या दूध चढ़ाने के बाद एक रुपये का सिक्का अर्पित करें और पूजा के बाद उसे उठाकर अपनी तिजोरी में रख लें।
मान्यता है कि यह सिक्का तेरह गुना धन वृद्धि का प्रतीक बनता है और माता लक्ष्मी की कृपा भी साथ मिलती है।
धनतेरस पर शिव पूजन से मिलने वाले लाभ
घर में धन और समृद्धि का आगमन
शनि दोष और आर्थिक तंगी से मुक्ति
मन में शांति और जीवन में सकारात्मकता
व्यापार और कार्यों में सफलता
परिवार में सुख और स्थिरता