नैनी जेल में बदलाव की लहर: अतीक के बेटे अली के पास कैश मिलने के बाद सीनियर जेलर का तबादला

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India News Live,Digital Desk : प्रयागराज स्थित नैनी सेंट्रल जेल में कैद माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद के पास से नकदी मिलने के करीब दो हफ्ते बाद वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर पटेल का तबादला कर दिया गया है। उन्हें लखनऊ के प्रशिक्षण केंद्र में भेजा गया है। हालांकि जेल प्रशासन का कहना है कि यह तबादला प्रशासनिक कारणों से किया गया है, लेकिन जेल के भीतर इस कदम को नकदी मिलने की घटना से जोड़ा जा रहा है।

डीआईजी का बयान – “तबादला सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया”

जेल डीआईजी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया कि रंग बहादुर पटेल के तबादले का अली अहमद के पास पैसे मिलने की घटना से कोई लेना-देना नहीं है। उनका स्थानांतरण एक नियमित प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत हुआ है।

कैश बरामदगी और निलंबन

17 जून 2025 को डीआईजी ने खुद हाई सिक्योरिटी बैरक की तलाशी ली थी, जिसमें अली अहमद के पास से 1,100 रुपये बरामद हुए थे। इस मामले में लापरवाही के आरोप में डिप्टी जेलर कांति देवी और हेड वार्डर संजय द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। इस प्रकरण की जांच के लिए वरिष्ठ जेल अधिकारियों की एक कमेटी भी गठित की गई है।

विजय विक्रम सिंह ने संभाली जिम्मेदारी

वरिष्ठ जेल अधीक्षक के रूप में अब विजय विक्रम सिंह ने नैनी जेल में कार्यभार संभाल लिया है। वे कासगंज से स्थानांतरित होकर आए हैं। वर्ष 1992 से जेल सेवा में हैं और 2014 में नैनी जेल में डिप्टी जेलर के रूप में काम कर चुके हैं, जिससे उन्हें यहां की व्यवस्था की अच्छी जानकारी है।

सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण

चार्ज लेने के तुरंत बाद विजय विक्रम सिंह ने हाई सिक्योरिटी बैरक का दौरा कर अली अहमद की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने सीसीटीवी कैमरों की स्थिति देखी और उनकी संख्या बढ़ाने के लिए मातहतों को प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश भी दिया।

अनुशासन की प्राथमिकता

वरिष्ठ जेल अधीक्षक विजय विक्रम ने ‘दैनिक जागरण’ से कहा कि 33 वर्षों की सेवा में अनुशासन उनकी पहली प्राथमिकता रही है। उनका प्रयास रहेगा कि जेल मैनुअल के अनुसार ही संचालन हो और सुरक्षा में कोई ढील न दी जाए।