Russia-Ukraine talks in Istanbul : युद्धबंदियों और शवों की अदला-बदली पर बनी सहमति, लेकिन तत्काल सीजफायर की उम्मीद नहीं

Post

India News Live,Digital Desk : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे लंबे संघर्ष को खत्म करने के लिए सोमवार, 2 जून 2025 को तुर्किये के इस्तांबुल शहर में एक अहम बैठक हुई। यह शांति वार्ता करीब एक घंटे तक चली, लेकिन इस दौरान दोनों पक्षों के तेवरों से यह स्पष्ट हो गया कि फिलहाल युद्धविराम (सीजफायर) की संभावना नहीं है। हालांकि कुछ मुद्दों पर दोनों देश एकमत जरूर हुए हैं।

रूस और यूक्रेन युद्ध में मारे गए करीब 6,000 सैनिकों के शवों की अदला-बदली पर दोनों देशों में सहमति बनी है। रूसी प्रतिनिधि व्लादिमीर मेडिंस्की के अनुसार, यह अदला-बदली "ग्रे ज़ोन" के माध्यम से की जाएगी। इसके लिए सीमित क्षेत्रों में अस्थायी युद्धविराम की जरूरत होगी।

इसके अलावा, दोनों देश 1000-1000 युद्धबंदियों की अदला-बदली पर भी सहमत हुए हैं। इसके लिए एक स्थायी समिति का गठन किया जाएगा, जो इस प्रक्रिया को भविष्य में भी सुचारु और तेज़ी से संचालित करेगी।

यूक्रेन की ओर से रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव ने वार्ता का नेतृत्व किया। उन्होंने बताया कि रूस ने वार्ता के दौरान एक आधिकारिक ज्ञापन सौंपा जिसमें युद्ध समाप्ति की शर्तें शामिल थीं। यूक्रेनी अधिकारियों ने इन प्रस्तावों की समीक्षा के लिए एक सप्ताह का समय मांगा है और 20 से 30 जून के बीच अगली वार्ता करने का प्रस्ताव रखा है।

रूस ने अपने ज्ञापन में कुछ खास शर्तें रखीं हैं:

यूक्रेन उन चार क्षेत्रों से अपनी सेना हटाए जिन्हें रूस ने सितंबर 2022 में कब्जाया था।

यूक्रेन अपनी जमीन पर किसी तीसरे देश की सेना को अनुमति न दे।

मार्शल लॉ हटाकर चुनाव कराए जाएं।

नाटो में शामिल होने की कोशिशें रोकी जाएं।

रूसी भाषा को यूक्रेनी के साथ आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया जाए।

यूक्रेनी सशस्त्र बलों की संख्या सीमित की जाए।

हालांकि, इन सभी मांगों को लेकर पहले भी यूक्रेन और पश्चिमी देशों की ओर से विरोध होता रहा है।