Rama Ekadashi 2025 : जानें व्रत के नियम, खाने-पीने की चीजें और महत्व
- by Priyanka Tiwari
- 2025-10-13 17:24:00
India News Live,Digital Desk : कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी कहा जाता है। यह एकादशी खास तौर पर दीपावली से ठीक पहले आती है, इसलिए इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा का विधान है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को विधि-पूर्वक करने से सभी पापों का नाश होता है और बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है।
आइए जानते हैं इस व्रत से जुड़ी मुख्य बातें:
रमा एकादशी व्रत में क्या खाएं?
फल और मेवे: इस दिन सभी प्रकार के ताजे फल और सूखे मेवे खा सकते हैं।
कुछ विशेष सब्जियां: आलू, शकरकंद, अरबी और साबूदाना का सेवन व्रत में किया जा सकता है।
कुट्टू और सिंघाड़े का आटा: सिंघाड़े, कुट्टू और राजगीरे के आटे से बनी पूड़ी, पराठा या पकौड़ी व्रत में खाई जा सकती हैं।
डेयरी उत्पाद: दूध, दही, घी और पनीर भी सुरक्षित हैं।
सात्विक मसाले: सेंधा नमक, काली मिर्च, हरी मिर्च, अदरक और जीरा पाउडर जैसे मसालों का ही इस्तेमाल करें।
रमा एकादशी व्रत में क्या नहीं खाएं?
अनाज: चावल, गेहूं, जौ, बाजरा, मक्का और सभी प्रकार की दालें वर्जित हैं।
तामसिक भोजन: लहसुन, प्याज, मांस, मछली और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
साधारण नमक: सामान्य नमक का इस्तेमाल व्रत में नहीं किया जाता।
कुछ सब्जियां: गोभी, गाजर, पालक, बैंगन और शलजम जैसी सब्जियां भी इस दिन नहीं खानी चाहिए।
रमा एकादशी व्रत के नियम
ब्रह्मचर्य का पालन करें और मन, वचन व कर्म में सात्विक रहें।
किसी के प्रति बुरा विचार मन में न लाएं।
तुलसी के पत्ते इस दिन नहीं तोड़ें, क्योंकि तुलसी जी भी उपवास करती हैं।
रात में जागकर भगवान विष्णु का नाम जपें और भजन-कीर्तन करें।
पूजा के अंत में किसी भी भूल के लिए भगवान विष्णु से क्षमा याचना जरूर करें।