Electricity department's new rule on smart meter consumers : अब पहले करें रिचार्ज, फिर जलाएं बिजली

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India News Live,Digital Desk : बिजली विभाग ने अपने उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ा बदलाव शुरू कर दिया है। विभाग का लक्ष्य है कि करीब साढ़े छह लाख मीटर स्मार्ट बनाए जाएं। इसके लिए पोलारिस प्रा. लि. कंपनी के साथ अनुबंध हुआ है और तय योजना के अनुसार यह काम डेढ़ साल में पूरा होना था। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी अभी तक सिर्फ 41 हजार मीटर ही स्मार्ट मीटर में बदले जा सके हैं।

वास्तव में योजना के अनुसार, सभी घरेलू उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर मिलने के बाद उन्हें प्रीपेड प्रणाली में जोड़ा जाना था। मगर विभाग ने केवल इन 41 हजार उपभोक्ताओं को ही फिलहाल प्रीपेड उपभोक्ता बनाने का निर्णय लिया है। जैसे ही यह प्रक्रिया शुरू हुई, उपभोक्ताओं के मोबाइल पर एसएमएस अलर्ट आने लगे, जिससे कई लोग चौंक गए।

अब इन स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं को बिजली का बिल महीने के अंत में नहीं मिलेगा। उन्हें बिजली इस्तेमाल करने से पहले ही रिचार्ज करना होगा। यानी, जितनी बिजली चाहिए, उतने का भुगतान पहले से करना होगा। मोबाइल रिचार्ज की तरह अब बिजली का भी रिचार्ज करना पड़ेगा।

इस बदलाव के साथ ही उपभोक्ताओं को ऑनलाइन बिल, अपडेट और सेवाओं का लाभ तो मिलेगा, लेकिन भुगतान प्रणाली पूरी तरह बदल जाएगी।

इस संबंध में विद्युत वितरण खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता सौरभ निगम ने बताया कि स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को प्रीपेड करने की प्रक्रिया पहले से ही तय थी और इसी पर काम हो रहा है। शुरुआती दिनों में थोड़ी परेशानी आ सकती है, लेकिन आगे चलकर उपभोक्ताओं को फायदा ही मिलेगा। वे जितनी बिजली जलाएंगे, उतने का ही पहले से भुगतान कर सकेंगे।