राष्ट्रपति मुर्मू से मिलीं भारत की राफेल क्वीन, सोशल मीडिया पर छाई तस्वीर
India News Live,Digital Desk : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन का दौरा किया, जहां उन्होंने भारतीय वायुसेना की जांबाज़ महिला पायलट स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह से मुलाकात की। यही वह बेस है जहां राफेल स्क्वाड्रन ‘गोल्डन एरोज़’ तैनात है।
यह मुलाकात खास इसलिए भी रही क्योंकि कुछ महीने पहले पाकिस्तान के मीडिया नेटवर्क्स ने झूठा दावा किया था कि शिवांगी सिंह को भारत की जवाबी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पकड़ लिया गया है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने सोशल मीडिया पर शिवांगी सिंह के साथ एक तस्वीर साझा की — जिसमें शिवांगी फ्लाइट सूट में राफेल फाइटर जेट के सामने आत्मविश्वास के साथ खड़ी हैं। उनकी मुस्कुराहट ही पाकिस्तान के फैलाए झूठ का जवाब बन गई।
कौन हैं स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह?
उत्तर प्रदेश के वाराणसी की रहने वाली शिवांगी सिंह को बचपन से ही आसमान में उड़ान भरने का सपना था। दिल्ली के एयर फोर्स म्यूज़ियम की एक यात्रा ने उनके मन में उड़ान के प्रति जुनून जगा दिया।
उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की और एनसीसी एयर विंग से जुड़कर अपने सपने की दिशा तय की। आगे चलकर, उन्होंने हैदराबाद की एयर फोर्स अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त किया और 2017 में भारतीय वायुसेना की दूसरी महिला फाइटर पायलट बैच का हिस्सा बनीं।
शिवांगी ने अपना करियर तेज़ और चुनौतीपूर्ण MiG-21 बाइसन विमान से शुरू किया। 2020 में वह राफेल उड़ाने वाली भारत की पहली महिला फाइटर पायलट बनीं — जो भारतीय वायुसेना के इतिहास का गर्वित क्षण था।
पाकिस्तान की फर्जी कहानी का सच
वर्तमान में शिवांगी सिंह 17 स्क्वाड्रन ‘गोल्डन एरोज़’ में तैनात हैं। उन्होंने फ्रांस में एक्सरसाइज ओरियन 2023 जैसे अंतरराष्ट्रीय सैन्य अभ्यासों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
वह पूर्वी लद्दाख और लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) जैसे संवेदनशील इलाकों में भी कई मिशन का हिस्सा रह चुकी हैं।
मई 2025 में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान ने सोशल मीडिया पर यह अफवाह फैलाई थी कि एक भारतीय राफेल विमान गिराया गया है और उसकी महिला पायलट को पकड़ लिया गया है।
लेकिन आज राष्ट्रपति के साथ उनकी मुस्कुराती हुई तस्वीर ने इस झूठे दावे को पूरी तरह बे-नकाब कर दिया।