हरियाणा के बेटे जस्टिस सूर्यकांत बनेंगे देश के अगले मुख्य न्यायाधीश, गांव पेटवार में खुशी की लहर

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India News Live,Digital Desk : देश के अगले मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत का नाम तय हो गया है। 30 अक्टूबर 2025 को यह औपचारिक घोषणा की गई। वे 24 नवंबर को भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। खास बात यह है कि वे हरियाणा से आने वाले पहले CJI होंगे।

किसान परिवार से निकलकर न्यायपालिका के शीर्ष तक

हरियाणा के हिसार जिले के पेटवार गांव में जन्मे जस्टिस सूर्यकांत एक सामान्य किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। गांव के लोग आज भी उन्हें “मास्टरजी का बेटा” कहकर याद करते हैं। उनके पिता अविभाजित पंजाब में संस्कृत के अध्यापक थे। चार भाइयों में सबसे छोटे सूर्यकांत बचपन से ही मेधावी छात्र रहे हैं।

उनके बड़े भाई ऋषिकांत ने बताया, “सूर्यकांत में मैंने एक किसान, एक मजदूर और एक संवेदनशील इंसान देखा है। वह आज भी गांव के लोगों से जुड़े रहते हैं और उनकी खबर लेते रहते हैं।”

कवि हृदय जज — “मेंढ पर मिट्टी चढ़ा दो” से मिली पहचान

जस्टिस सूर्यकांत न केवल एक विद्वान न्यायविद हैं, बल्कि एक संवेदनशील कवि भी हैं। कॉलेज के दिनों में उनकी कविता ‘मेंढ पर मिट्टी चढ़ा दो’ काफी लोकप्रिय हुई थी। उनके भाई ने कहा, “उनका झुकाव हमेशा समाज और आम आदमी के प्रति रहा है। उन्होंने सेना के जवानों के लिए कानूनी मदद की एक विशेष योजना भी शुरू की थी।”

परिवार की भावनाएँ — “वह अब भी हमें गोदारा साहब कहकर बुलाते हैं”

उनकी भाभी राजबाला ने बताया कि सूर्यकांत जब छोटे थे, तो अक्सर उनके साथ रहते थे। वे प्यार से उन्हें “गोदारा साहब” कहकर बुलाते थे, क्योंकि उस समय हरियाणा के गृह मंत्री मनीराम गोदारा थे। राजबाला मुस्कराते हुए कहती हैं, “वह आज भी कभी-कभी मुझे इसी नाम से बुला लेते हैं।”

पेटवार गांव में जश्न, युवाओं में जोश

जस्टिस सूर्यकांत के चीफ जस्टिस बनने की खबर से पेटवार गांव में खुशी का माहौल है। गांव के लोगों ने मिठाइयां बांटीं और कहा, “हमारे मास्टरजी का बेटा आज देश का सबसे बड़ा जज बनने जा रहा है। यह पूरे हरियाणा के लिए गर्व का क्षण है।”