भारत में लॉन्च हुआ Google का Veo 3: अब बनाएँ AI से सिनेमैटिक वीडियो

India News Live,Digital Desk : Google ने अपनी नवीनतम जनरेटिव AI वीडियो तकनीक Veo 3 को अब भारत में भी उपलब्ध करा दिया है। इस अत्याधुनिक टूल को कुछ सप्ताह पहले Google I/O कॉन्फ्रेंस के दौरान पहली बार प्रदर्शित किया गया था। फिलहाल यह फीचर केवल Gemini 'Pro' सब्सक्रिप्शन यूजर्स के लिए ही उपलब्ध है। Veo 3 की मदद से अब यूजर आठ सेकंड तक की छोटी वीडियो क्लिप बना सकते हैं जिसमें न केवल विजुअल बल्कि साउंड और बैकग्राउंड म्यूजिक भी शामिल है। इस टूल से न केवल बोलने वाली आवाजों को सिंथेसाइज किया जा सकता है बल्कि बैकग्राउंड साउंड इफेक्ट के जरिए वीडियो को ज्यादा रियलिस्टिक और सिनेमैटिक बनाया जा सकता है।
गूगल ने क्या कहा?
गूगल ने कहा, "चाहे आप आधुनिक सोशल मीडिया प्रभावशाली व्यक्ति की नज़र से इतिहास को फिर से बताना चाहते हों या कल्पना करना चाहते हों कि कांच के सेब को काटने पर कैसी आवाज़ आएगी, या वीडियो में बिगफुट जैसे पौराणिक चरित्रों को दिखाना चाहते हों, VO3 आपके विचारों को जीवंत करने के लिए मौजूद है। हमारी टीम VO3 को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक ले जाने के लिए उत्साहित है।"
इस मॉडल की औपचारिक घोषणा 20 मई को आयोजित गूगल के वार्षिक डेवलपर सम्मेलन में की गई। यह न केवल सुंदर और सिनेमाई वीडियो बनाने में सक्षम है, बल्कि इसमें यथार्थवादी आवाज, वार्तालाप, संगीत और ध्वनि प्रभाव भी शामिल हैं, जिससे वीडियो पूरी तरह से यथार्थवादी बन जाते हैं।
गूगल ने यह भी स्पष्ट किया है कि VO3 से निर्मित सभी वीडियो में वॉटरमार्क होगा, एक दृश्यमान और दूसरा अदृश्य डिजिटल वॉटरमार्क जिसे सिंथआईडी कहा जाता है, जो यह दर्शाता है कि वीडियो AI से बनाया गया है।
कंपनी ने यह भी दोहराया है कि वह एआई के सुरक्षित और जिम्मेदार उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके तहत किसी भी तरह के व्यवधान से बचने के लिए वीओ3 पर विभिन्न स्तरों पर निरंतर रेड टीमिंग और परीक्षण किया जा रहा है।
एआई वीडियो बनाना बहुत अच्छा होगा
Google I/O के बाद, कई उपयोगकर्ताओं ने VO3 के साथ अपनी रचनाएँ सोशल मीडिया पर साझा कीं, जिसमें लिप-सिंकिंग, टेक्स्ट और इमेज प्रॉम्प्टिंग का उच्च स्तर और स्पष्ट रूप से दिखाई देने वाली वास्तविक दुनिया की भौतिकी शामिल है। इसे OpenAI के सोरा टूल का सबसे मजबूत प्रतियोगी माना जाता है।