FATF ने पहलगाम आतंकी हमले पर जताई गहरी चिंता, आतंकी फंडिंग पर सख्ती की मांग

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India News Live,Digital Desk : हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इस हमले में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना जताते हुए वैश्विक संस्था FATF (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) ने इस कायराना हमले की कड़ी निंदा की है। FATF का कहना है कि यह हमला सिर्फ हथियारों से नहीं, बल्कि एक संगठित आर्थिक मदद के जरिए अंजाम दिया गया है।

FATF ने साफ कहा है कि जब तक आतंकियों को फंडिंग मिलती रहेगी, तब तक ऐसे हमले होते रहेंगे। उन्होंने चेताया कि आतंकवाद को आर्थिक रूप से कमजोर करना ही इसका सबसे कारगर इलाज है। इस संस्था ने बार-बार यह बताया है कि दुनिया भर में फैले आतंकी नेटवर्क पैसों के सहारे जिंदा हैं, और फाइनेंशियल नेटवर्क की ताकत ही उनके अस्तित्व की रीढ़ है।

FATF की भूमिका केवल चेतावनी देने तक सीमित नहीं है। यह संस्था 200 से ज्यादा देशों को आतंक की फंडिंग रोकने के लिए दिशा-निर्देश देती है। इसमें बैंकिंग सिस्टम की निगरानी, संदिग्ध लेन-देन पर नजर, सोशल मीडिया और क्रिप्टो करेंसी के जरिए हो रही फंडिंग पर भी निगरानी जैसे पहलू शामिल हैं।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद यह भी साफ हो गया है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ दिखावे की लड़ाई लड़ता है, लेकिन हकीकत में वह आतंकियों के साथ खड़ा दिखाई देता है। FATF पहले भी पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल चुका है और बार-बार चेतावनी देता रहा है।

अब यह जरूरी हो गया है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय FATF के निर्देशों का कड़ाई से पालन करे और आतंक की आर्थिक जड़ों को पूरी तरह खत्म किया जाए।