बिहार में केजरीवाल का 'मिशन': AAP अकेले लड़ेगी विधानसभा चुनाव, INDIA गठबंधन को झटका

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Kejriwal's 'mission' in Bihar: लोकसभा चुनाव के बाद, आम आदमी पार्टी (AAP) बिहार में इंडिया गठबंधन से अपनी राहें अलग कर रही है. अब आम आदमी पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए एक नई रणनीति बनाई है और 'आप' वहां सभी 243 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस के साथ गठबंधन के बावजूद, बिहार में 'आप' और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) तथा जनता दल (यूनाइटेड) [JDU] के बीच सीट-बंटवारे को लेकर तालमेल नहीं बन पाया था. लोकसभा चुनाव में भी 'आप' ने बिहार में गठबंधन से बाहर होकर चुनाव लड़ा था, जहाँ उसे कोई सीट नहीं मिली.

आप सूत्रों के अनुसार, पार्टी का मानना है कि बिहार में उसका एक बड़ा जनाधार है, लेकिन लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे के कारण उन्हें अपेक्षित सफलता नहीं मिली. हालांकि, आप के नेता नीतीश कुमार की सरकार की योजनाओं, जैसे जाति जनगणना को स्वीकार कर रहे हैं और कह रहे हैं कि इस पर गहन अध्ययन किया जाना चाहिए. लेकिन दूसरी ओर, वे यह भी जोर दे रहे हैं कि शिक्षा और स्वास्थ्य पर केजरीवाल मॉडल बिहार में सबसे महत्वपूर्ण है.

AAP अब दिल्ली, पंजाब और गुजरात मॉडल पर जोर देते हुए बिहार में घर-घर तक पहुंचने की रणनीति बनाएगी. इसका मतलब है कि AAP का पूरा ध्यान अपनी मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी लोकप्रिय योजनाओं पर होगा, जिसके दम पर उन्होंने दिल्ली और पंजाब में जीत हासिल की है. पार्टी बिहार में भी एक बड़ा जनाधार बनाने के लिए हर घर तक अपने संदेश को ले जाने की योजना बना रही है, भले ही इसके लिए उन्हें अकेले चुनावी मैदान में उतरना पड़े. यह कदम विपक्षी INDIA गठबंधन के लिए भी एक चिंता का विषय बन सकता है, खासकर तब जब कई छोटे दल भी लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद अपनी राह तलाश रहे हैं.