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White Smoke Signals New Pope’s Slection : वेटिकन सिटी में सिस्टिन चैपल की चिमनी से सफेद धुएं का गुबार उठता देखा गया. यह दृश्य इस बात का स्पष्ट संकेत है कि अंदर एकत्रित हुए कार्डिनल्स ने कैथोलिक चर्च के अगले पोप का चुनाव सफलतापूर्वक कर लिया है. रॉबर्ट प्रीवोस्ट नए पोप बन गए हैं. सफेद धुएं का उठना उस लम्हे का प्रतीक है जिसका दुनिया भर के करोड़ों कैथोलिक बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. कार्डिनल्स का समूह, जो कॉन्क्लेव में बंद थे, नए पोप के नाम पर सहमत हो गए हैं.
सिस्टिन चैपल की चिमनी से उठा सफेद धुआं
सिस्टिन चैपल की चिमनी से उठते सफेद धुएं ने पूरी दुनिया को यह संकेत दे दिया है कि वेटिकन में एकत्रित कार्डिनल्स ने नए पोप का चुनाव कर लिया है. यह पारंपरिक धुआं इस बात की पुष्टि करता है कि गुप्त सभा (कोन्क्लेव) में सर्वसम्मति या आवश्यक बहुमत के साथ एक नए पोप का चयन कर लिया गया है. कैथोलिक चर्च की यह ऐतिहासिक प्रक्रिया हर बार करोड़ों लोगों की नजरों में रहती है. जैसे ही धुएं का सफेद गुबार आकाश में उभरा, सेंट पीटर्स स्क्वायर में एकत्र हजारों श्रद्धालुओं और पर्यटकों में खुशी की लहर दौड़ गई. लोग प्रार्थनाएं करते और एक-दूसरे को गले लगाते नजर आए. इसके साथ ही नए पोप रॉबर्ट प्रीवोस्ट दुनिया को अपना पहला सार्वजनिक आशीर्वाद देंगे.
नए पोप रॉबर्ट प्रीवोस्ट कौन हैं?
रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट, जिनका जन्म 14 सितंबर, 1955 को शिकागो में हुआ था, एक अमेरिकी कार्डिनल हैं. उन्होंने 2023 से बिशप के धर्माधिकरण के प्रीफेक्ट और लैटिन अमेरिका के लिए पोंटिफिकल कमीशन के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है. सेंट ऑगस्टीन के आदेश के सदस्य, प्रीवोस्ट ने पेरू में दशकों तक एक मिशनरी के रूप में कार्य किया, ऑगस्टिनियों के प्रायर जनरल (2001-2013) के रूप में कार्य किया, और चिकलायो, पेरू के बिशप (2015-2023) थे. उन्हें 2023 में कार्डिनल और 2025 में कार्डिनल-बिशप बनाया गया था. अब 8 मई, 2025 को उन्हें नया पोप चुन लिया गया है और उन्होंने पोप लियो XIV का नाम दिया गया है. वह कैथोलिक चर्च के 267वें पोप हैं.
नए पोप का चुनाव कैसे होता है?
नए पोप का चुनाव एक प्रक्रिया के तहत होता है जिसे “कॉनक्लेव” कहते हैं. यह एक गुप्त बैठक होती है जिसमें कार्डिनल भाग लेते हैं. आइए जानते हैं कैसे नए पोप का चुनाव होता है.
पोप की मृत्यु या त्यागपत्र
जब पोप का पद खाली होता है, तो कार्डिनलों का कॉलेज नए पोप का चुनाव करने के लिए एकत्र होता है.
कॉनक्लेव की शुरुआत
कार्डिनल वेटिकन सिटी के सिस्टिन चैपल में एकत्रित होते हैं. बाहरी दुनिया से उनका संपर्क काट दिया जाता है ताकि वे बिना किसी बाहरी दबाव के निर्णय ले सकें.
मतदान
कार्डिनल गुप्त मतदान करते हैं. प्रत्येक कार्डिनल एक पर्ची पर उस व्यक्ति का नाम लिखता है जिसे वे पोप बनाना चाहते हैं.
मतगणना
मतों की गिनती की जाती है. यदि किसी उम्मीदवार को दो-तिहाई बहुमत मिलता है, तो वह पोप चुना जाता है.
धुआं संकेत
यदि किसी भी मतदान में कोई पोप नहीं चुना जाता है, तो मतपत्रों को जला दिया जाता है और काले धुएं का संकेत दिया जाता है, जिससे बाहर इंतजार कर रहे लोगों को पता चलता है कि चुनाव अभी नहीं हुआ है.
जब एक पोप चुना जाता है, तो भी मतपत्रों को फिर से जलाया जाता है और सफेद धुएं का संकेत दिया जाता है, जिससे यह पता चलता है कि नया पोप चुन लिया गया है.
स्वीकृति और घोषणा
चुने गए कार्डिनल से पूछा जाता है कि क्या वे पोप के रूप में चुनाव स्वीकार करते हैं. यदि वे स्वीकार करते हैं, तो वे एक नया पोप नाम चुनते हैं. इसके बाद, एक वरिष्ठ कार्डिनल सेंट पीटर की बासिलिका की बालकनी से नए पोप की घोषणा करते हैं.