
यह कदम WFI के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ उत्तराधिकारी संजय सिंह के नेतृत्व में कुश्ती संघ की तरफ से उठाया गया है। रेसलर विनेश फोगाट और पहलवान बजरंग पूनिया ने भी इस संघर्ष में भाग लेते हुए अपने साथी पहलवानों के साथ सौजन्य बनाए रखा है।
इस पूरे मामले में IOA ने भी कार्रवाई की और WFI के संचालन में एडहॉक कमेटी की गठन का निर्देश दिया। इसके परिणामस्वरूप, एडहॉक कमेटी ने भूपेंद्र सिंह बाजवा को इस कमेटी के अध्यक्ष बनाया है, जो पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत के ससुर हैं।
एडहॉक कमेटी का कार्यक्षेत्र WFI से जुड़े सभी कामकाज को सुपरविजन करना है, जैसे कि टूर्नामेंट्स के लिए खिलाड़ियों का चयन, टूर्नामेंट्स का आयोजन, और खिलाड़ियों के नाम आगे भेजना। इसके अलावा, यह कमेटी पूरी प्रक्रिया की सुपरविजन करेगी और WFI के संचालन में सुधार करने की कदमबद्ध रहेगी।