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UP में बनेगा 50 हेक्टेयर जमीन पर इस जिले में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, 36 साल से स्टेडियम की प्रतीक्षा अब होगी पूरी

Uttar Pradesh News : क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेहद खुशखबरी वाली है। उत्तर प्रदेश को आखिरकार एक नया अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम मिलने जा रहा है और वो भी 36 साल की लंबी प्रतीक्षा के बाद यह सपना पूरा होगा। नए स्टेडियम से राज्य के खिलाड़ियों को ज्यादा मौके, BCCI टूर्नामेंट्स, और IPL के नए वेन्यू भी मिलने की संभावना है।

50 हेक्टेयर से अधिक जमीन 

प्रयागराज में एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाया जाएगा। बता दे की 50 हेक्टेयर से अधिक जमीन पर बमरौली में बनने वाले इस स्टेडियम पर लगभग 350 से 400 करोड़ रुपये खर्च होंगे।  55 से 65 हजार दर्शक स्टेडियम में क्रिकेट मैच देख सकेंगे। यह स्टेडियम क्रिकेट प्रशिक्षुओं के लिए यह एक वरदान साबित होगा। 1754 करोड़ रुपये के आम बजट से स्टेडियम बनाया जाएगा। क्रिकेट प्रेमियों और खिलाड़ियों के लिए एक अच्छी खबर है। बता दे की 36 वर्षों की प्रतीक्षा अब पूरी होने को है। अगले तीन वर्षों में जिले को एक नया स्टेडियम मिलेगा अगर सब कुछ सही रहा। नगर निगम प्रयागराज यह स्टेडियम बनाएगा। बता दे की 50 हेक्टेयर से अधिक जमीन पर बनने वाले इस स्टेडियम पर लगभग 350 से 400 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके लिए बमरौली में जगह दी गई है।

कई वर्षों से एक इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाने की कोशिश

इस प्रस्ताव को गुरुवार को नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा।  नगर निगम की अगली बैठक में सर्वसम्मति से इसे यहां पारित कर शासन को भेजा जाएगा।  1754 करोड़ रुपये के आम बजट से स्टेडियम बनाया जाएगा।  प्रयागराज में खिलाड़ियों की प्रतिभा को तराशने के लिए कई वर्षों से एक इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाने की कोशिश की जा रही है।  सोरांव में 196 बीघा जमीन पर भी प्रस्ताव किया गया था, दो अन्य स्थानों पर भी प्रस्ताव किया गया था, लेकिन आज तक यह अंतिम नहीं हुआ।  अब नगर निगम ने ऐसा किया है।

बमरौली में बनने वाले स्टेडियम में 55 से 65 हजार लोग क्रिकेट देख सकेंगे।  22,500 वर्ग मीटर का स्टेडियम होगा।  20 हजार वर्ग गज घास होगा।  लगभग आठ सौ मीटर की सीधी बाउंड्री होगी।  स्टेडियम में काम करने वाले क्रिकेट प्रशिक्षुओं के लिए यह एक वरदान साबित होगा।

क्रिकेट का भविष्य क्या हुआ?

2018 तक बीसीसीआई के मैच मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में खेले जाते रहे हैं।आल इंडिया टूर्नामेंट, अंडर 16, 19 और रणजी मैच भी इसमें खेले गए।  पर प्रयागराज में क्रिकेट स्टेडियम नहीं है, इसलिए बीसीसीआइ ने अंडर 14 व 16 रणजी क्रिकेट मैच छीन लिए हैं।

प्रयागराज को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले खिलाड़ियों में क्रिकेट में मो. कैफ के बाद भारतीय टीम में कोई नियमित स्थान नहीं मिल सका। इस वर्ष बीसीसीआइ ने यश दयाल को निश्चित रूप से विशेष अनुबंध दिया है।  अब प्रयाग में कोचिंग व कोच की भरमार है लेकिन जब स्टेडियम ही नहीं तो स्तरीय मैच कैसे होंगे और रिजल्ट कैसे आएगा। बता दे की इस स्टेडियम में 20 हजार वर्ग गज घास होगी, 80 मीटर सीधी बाउंड्री होगी, 55 से 65 हजार लोग मैच देख सकेंगे।

350 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च होगा

नगर निगम ने इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाने का प्रस्ताव बनाया है। इस प्रस्ताव को गुरुवार को नगर निगम कार्यकारिणी समिति की बैठक में मंजूर किया जाएगा। फिर नगर निगम इसे सदन में पारित करेगा और फिर शासन को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। – गणेश केसरवानी, प्रयागराज का महापौर

क्रिकेट में प्रयागराज का नाम था

मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में क्रिकेट खेलने का समय था। उस समय प्रयागराज, यानी इलाहाबाद, क्रिकेट में एक बड़ा नाम था। यहां सुनील गावस्कर, चंदू बोर्डे, पाली उमरीगर, गोडप्पा विश्वनाथ, सलीम दुर्रानी और पाकिस्तानी क्रिकेटर इमरान खान, दिलीप वेंगेस्कर आदि आते थे। यहां की ऐतिहासिकता को देखते हुए, 1987 में प्रयागराज (उस समय इलाहाबाद) का उद्घाटन हुआ था।

11 वीं आल इंडिया लाल बहादुर शास्त्री क्रिकेट टूर्नामेंट में देश भर से शीर्ष टेस्ट क्रिकेटर शामिल हुए। 1964 में यूपी बनाम राजस्थान का रणजी ट्राफी मैच मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में हुआ।  महान खिलाड़ी जैसे विजय मांजरेकर (संजय मांजरेकर के पिता), हनुमंत सिंह, शूरवीर सिंह और राजसिंह डूंगरपुर शामिल थे।  प्रयागराज के आनंद शुक्ल उस समय यूपी टीम का कप्तान था।  उस समय इलाहाबाद की यूपी रणजी टीम में सात खिलाड़ी खेलते थे।

चंदू बोर्डे, पाली उमरीगर, गोंडप्पा विश्वनाथ और सलीम दुर्रानी ने वेणु मांकड़ बेनीफिट मैच (1971) और सीएस नायडू बेनीफिट मैच (1975) में खेले।  पाकिस्तानी क्रिकेटर इमरान खान विलियम घोष बेनिफिट मैच में शामिल हुए। यहां कई प्रसिद्ध खिलाड़ी ने मैच खेले हैं, जिनमें दिलीप वेंगस्कर, महेंद्र अमरनाथ, सुरेंद्र अमरनाथ, कीर्ति आजाद, सुरेंद्र खन्ना, चंद्रशेखर, यशपाल शर्मा, रामनाथ पारकर, शिवालकर, जयंती लाल, राजू कुलकर्णी, चंद्रकांत पंडित, योगराज सिंह (युवराज सिंह के पिता), करसन घावरी भी शामिल हैं।  1980 में जोगराज सिंह ने मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में खेलना शुरू किया था। उसी समय टेलीग्राम आया कि वे भारतीय टीम में चुने गए हैं।  ऐसे में प्रयागराज में स्टेडियम बनाने से प्रयागराज फिर से क्रिकेट हब बन जाएगा।
 

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