चीन पर ट्रंप की सीधी धमकी, भारत पर 50% टैरिफ से तनाव बढ़ा
India News Live,Digital Desk : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है, वहीं दूसरी ओर भारत के साथ उसके संबंधों में तनाव बना हुआ है। भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने के मुद्दे पर ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगा दिया है। वहीं, चीन भारत के साथ संबंध सुधारने के लिए कदम उठा रहा है, जिससे ट्रंप नाराज़ बताए जा रहे हैं। उन्होंने चीन के साथ व्यापार में ऐसे 'कार्ड' खेलने की बात कही है, जिनका इस्तेमाल वह नहीं करना चाहता, क्योंकि अगर ऐसा किया गया तो चीन बर्बाद हो जाएगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वाशिंगटन डीसी में पत्रकारों से बातचीत के दौरान चीन के प्रति कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास कुछ व्यापारिक कार्ड हैं, जिन्हें अगर खेला गया तो चीन पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा। यह धमकी ऐसे समय में आई है जब भारत और चीन के बीच नज़दीकियाँ बढ़ रही हैं। चीन भारत को 'दुर्लभ' मृदा सामग्री और सुरंग खोदने वाली मशीनें देने का वादा कर रहा है। इससे ट्रंप नाराज़ हो सकते हैं, खासकर रूस से तेल ख़रीदने पर भारत पर 50% टैरिफ़ लगाने के बाद, जिसके कारण चीन के प्रति उनका रुख नरम हो गया है।
ट्रम्प की चीन को सीधी धमकी
वाशिंगटन डीसी में पत्रकारों से बात करते हुए, डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को साफ़ चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि व्यापार और राजनीति के क्षेत्र में अमेरिका के पास कुछ "अविश्वसनीय कार्ड" हैं। उन्होंने आगे कहा, "मैं यह कार्ड नहीं खेलना चाहता, लेकिन अगर मैं खेलूँगा, तो चीन बर्बाद हो जाएगा।" इस बयान से पता चलता है कि ट्रंप की नज़र चीन पर है और वह व्यापार युद्ध में भी जीत हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
क्या अमेरिका भारत-चीन संबंध सुधारने से नाराज है ?
हाल ही में, भारत और चीन के बीच संबंधों में सुधार हुआ है। चीन ने भारत को 'दुर्लभ' सामग्री और सुरंग खोदने वाली मशीनों सहित सहायता प्रदान करने का वादा किया है। यह निकटता ट्रम्प के लिए चिंता का विषय हो सकती है। भारत के साथ अमेरिका के संबंध वर्तमान में तनावपूर्ण हैं, क्योंकि भारत रूस से तेल खरीदना जारी रखे हुए है। इस संबंध में, ट्रम्प ने भारत पर 50% टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिसे अभी तक लागू नहीं किया गया है।
हैरानी की बात यह है कि चीन भी रूस से बड़े पैमाने पर तेल खरीदता है, फिर भी ट्रंप ने भारत की तुलना में चीन के प्रति नरम रुख अपनाया है। यह विरोधाभास दर्शाता है कि ट्रंप की राजनीति जटिल और अप्रत्याशित है। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के प्रति ट्रंप की यह धमकी भारत और रूस की नज़दीकी के कारण हो सकती है।
ट्रंप के बयानों से ज़ाहिर होता है कि अंतरराष्ट्रीय संबंध अब सिर्फ़ राजनीतिक या सैन्य गठबंधनों पर आधारित नहीं रह गए हैं, बल्कि व्यापार, अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय हित भी अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में भारत जैसे देशों के लिए ज़रूरी है कि वे संतुलित विदेश नीति अपनाएँ, ताकि राष्ट्रीय हितों को नुकसान न पहुँचे। चीन और रूस के साथ संबंध मज़बूत करने की भारत की नीति उसे वैश्विक राजनीति में मज़बूत स्थान दिला रही है।