
HR Breaking News (Liquor)। अक्सर लोग शराब में बर्फ मिलाकर पीना पसंद करते हैं, लेकिन यह एक बहस का विषय है कि क्या ऐसा करना सही है या नहीं। कुछ लोगों का मानना है कि बर्फ शराब के स्वाद को बदल देती है, जबकि कुछ इसे एक बेहतर ड्रिंकिंग एक्सपीरियंस का हिस्सा मानते हैं। जो लोग शराब (sharab peene ka sahi tarika) में पानी नहीं डालना चाहते, वे अक्सर कोल्ड ड्रिंक्स, सोडा या एनर्जी ड्रिंक्स का इस्तेमाल करते हैं। यह न केवल शराब के स्वाद को हल्का करता है, बल्कि इसे ज्यादा देर तक ठंडा भी रखता है।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि शराब (Liquor) के असली फ्लेवर का आनंद लेने के लिए इसे बिना किसी एडिटिव के पीना बेहतर होता है। इसके अलावा, बर्फ पिघलने के बाद शराब की कंसिस्टेंसी और स्ट्रेंथ को भी प्रभावित कर सकती है। कुछ हाई-क्वालिटी व्हिस्की और ब्रांडी को सीधे पीने की (Indians mix ice with liquor) सलाह दी जाती है, जबकि कुछ कॉकटेल में बर्फ का उपयोग एक जरूरी तत्व के रूप में किया जाता है। अंततः यह पूरी तरह व्यक्तिगत पसंद पर निर्भर करता है कि आप शराब को कैसे पीना पसंद करते हैं।
नीट शराब के पीछे की कहानी –
जब लोग इंडियन व्हिस्की (Indian whiskey) या अन्य हार्ड लिकर को नीट पीते हैं, तो इसका स्वाद काफी स्ट्रॉन्ग महसूस होता है। शराब बिना किसी तरल के सीधी गले से उतरती है और इसकी कड़वाहट हलक में जलन पैदा कर सकती है। खासतौर पर जो लोग पहली बार हार्ड लिकर नीट पीते हैं, उन्हें यह अनुभव कड़वा और तीखा लग सकता है।
इसी वजह से कई लोग शराब (Liquor) में पानी, बर्फ, सोडा या जूस मिलाना पसंद करते हैं, ताकि इसका स्वाद थोड़ा हल्का हो जाए और इसे पीना आसान लगे। कुछ लोग पानी मिलाने से शराब के असली फ्लेवर को बेहतर महसूस करने का दावा करते हैं, जबकि कुछ इसे अधिक स्मूद और संतुलित बनाने के लिए ऐसा करते हैं। आखिर में, शराब को कैसे पीना है, यह पूरी तरह व्यक्ति की पसंद पर निर्भर करता है। कोई इसे नीट पसंद करता है, तो कोई पानी या अन्य मिक्सर मिलाकर पीना बेहतर समझता है।
व्हिस्की में बर्फ क्यों मिलाते हैं लोग?
अगर बात बर्फ की करें, तो व्हिस्की (whiskey) में आइस मिलाने की सबसे बड़ी वजह उसका स्वाद है। कई लोगों को व्हिस्की का कड़वा और स्ट्रॉन्ग फ्लेवर पसंद नहीं आता, इसलिए वे इसे बर्फ डालकर पीना ज्यादा पसंद करते हैं। हालांकि, व्हिस्की विशेषज्ञ मानते हैं कि बर्फ डालने से इसका असली स्वाद बदल जाता है। हाई-क्वालिटी व्हिस्की (high-quality whiskey) के कलेक्टर्स और प्रेमी इसे नीट या कुछ बूंद पानी के साथ पीने की सलाह देते हैं, ताकि इसके ऑरिजिनल नोट्स और फ्लेवर बरकरार रहें।
इंडियन्स में नहीं होता अनुशासन –
अगर वाइन (wine) की बात करें, तो इसे बनाने की प्रक्रिया ही ऐसी होती है कि इसमें कुछ भी मिलाने की जरूरत नहीं पड़ती। वाइन का स्वाद, टेक्सचर और सुगंध प्राकृतिक रूप से संतुलित होते हैं, इसलिए इसमें आइस, सोडा या पानी मिलाना जरूरी नहीं होता। इसे सीधे पीने के लिए डिजाइन किया गया है, ताकि इसके असली फ्लेवर और एरोमा का पूरा आनंद लिया जा सके।
शराब पीने की आदतों में भारतीयों का अलग अंदाज –
अगर भारतीयों की शराब पीने की आदतों की बात करें, तो इसमें अक्सर अनुशासन की कमी देखी जाती है। कई लोगों के लिए शराब सिर्फ एक ड्रिंक नहीं, बल्कि सेलिब्रेशन का हिस्सा होती है, और इसी वजह से वे इसे अधिक मात्रा में पीने की कोशिश करते हैं। अक्सर यह देखा जाता है कि एक बार बोतल खुल गई, तो इसे खत्म करना जरूरी मान लिया जाता है, जबकि वाइन और अन्य ड्रिंक्स को धीरे-धीरे और संतुलित मात्रा में पीने की परंपरा होती है।
वाइन में बर्फ क्यों डालते हैं लोग?
व्हिस्की या वाइन (whisky or wine) में बर्फ डालने का मुख्य कारण इसका स्वाद है। ज्यादातर लोगों को शराब का मूल स्वाद बहुत स्ट्रॉन्ग या कड़वा लगता है, इसलिए वे इसे अधिक स्मूद और हल्का बनाने के लिए आइस डालना पसंद करते हैं। जब शराब में बर्फ डाली जाती है, तो वह धीरे-धीरे होकर ड्रिंक को ठंडा करती है और उसकी तीव्रता (Alcohol Strength) कम कर देती है। इससे इसका स्वाद हल्का और ज्यादा एन्जॉयेबल हो जाता है।