
हरियाणा में यातायात व्यवस्था को सुधारने और सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने एक नई पहल की है। इसके तहत, लेन ड्राइविंग की अवहेलना करने वाले ट्रक, बसों और अन्य कामर्शियल वाहनों के चालकों पर एफआईआर (FIR) दर्ज की जाएगी।
इस निर्णय के पीछे मुख्य उद्देश्य यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराना और सड़क पर वाहन चालकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इसके लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को ट्रांसपोर्ट यूनियनों (Transport Unions) से संपर्क करने और वाहन चालकों को लेन ड्राइविंग की पालना करने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं।
एक अन्य महत्वपूर्ण पहल के रूप में, ‘नशा मुक्त गांव’ (Drug-Free Village) योजना की शुरुआत की गई है। इसके अंतर्गत, फतेहाबाद जिले के 10 गांवों में महिलाओं के समूह नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चला रहे हैं। ये समूह नशा करने वाले लोगों पर निगरानी रखते हैं और पुलिस को सूचना प्रदान करते हैं।
इस योजना के तहत युवा वर्ग को पढ़ाई और खेलों में आगे आने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जबकि बुजुर्ग वर्ग को काम-धंधे और खेती-बाड़ी से जोड़ा जा रहा है। इससे नशे की लत से दूर रहने की दिशा में एक सकारात्मक कदम उठाया गया है।
डीजीपी
शत्रुजीत कपूर ने फीडबैक सेल (Feedback Cell) की समीक्षा भी की और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को इसकी मॉनिटरिंग करने के लिए कहा। यदि शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त किया जाता है, तो उसके कारणों की जांच करने की जरूरत है।
महिला सुरक्षा को लेकर ग्राम प्रहरी (Village Watchman) योजना के अंतर्गत, महिलाओं के सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है। ग्राम प्रहरी भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए निगरानी रखेंगे और समय-समय पर उनसे फीडबैक लेंगे।
इस प्रकार, हरियाणा पुलिस ने यातायात व्यवस्था के सुधार, नशा मुक्ति और महिला सुरक्षा जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सार्थक पहल की है। इससे न केवल समाज के विभिन्न वर्गों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित होगी, बल्कि यह प्रदेश की प्रगति के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।