
The Chopal, DA Arrears : यह साल कर्मचारियों को बहुत कुछ देता है। केंद्रीय कर्मचारियों का भत्ता हाल ही में बढ़ा है। इससे केंद्रीय कर्मचारियों का वेतन सीधा बढ़ा है। वहीं, कर्मचारियों को तीन किस्तों में भी भुगतान मिलेगा।
महंगाई भत्ता 55% बढ़ा
1 जनवरी 2025 से कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 53 प्रतिशत से 55 प्रतिशत हो गया। सात वर्ष में यह २% का इजाफा है। पिछले सात वर्षों में महंगाई भत्ते (DA Arrears) में सबसे कम बढ़ौतरी हुई है। सरकार ने भी इसे देरी से घोषित किया है।
केन्द्रीय कर्मचारियों को भी एरियर मिलेगा
केंद्रीय कर्मचारियों को अच्छी खबर मिली है। महंगाई भत्ता के साथ कर्मचारियों को एरियर भी मिलेगा। फिलहाल कर्मचारियों पर तीन किस्त बकाया हैं। केंद्र सरकार के लगभग 50 लाख कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनर्स भी इससे लाभ उठाएंगे। इससे सरकार को 6,614 करोड़ रुपये का खर्च उठाना पड़ेगा।
कर्मचारियों को भुगतान कब दिया जाएगा?
1 जनवरी 2025 से कर्मचारियों को नया महंगाई भत्ता (DA) मिलेगा। हाल ही में तीन महीनों की तीन किस्तें DA Arrears (बकाया) हैं। यह अप्रैल में कर्मचारियों के खाते में जनवरी, फरवरी और मार्च के बकाया महंगाई भत्ते (DA Arrears) के साथ आ जाएगा। जिन कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 18,000 रुपये है, वे मासिक रूप से 360 रुपये का लाभ प्राप्त करेंगे।
एरियर के साथ खाता इतना बढ़ जाएगा
एरियर के तीन महीने का मूल्य 1080 रुपये होगा। इसके अलावा, इसका भुगतान अप्रैल की DA Arrears की सैलरी के साथ किया जाएगा। 9,000 रुपये की बेसिक पेंशन वाले पेंशनर्स को हर महीने 180 रुपये का फायदा होगा। उन्हें तीन महीने के बकाए (DA Arrears) के तौर पर 540 रुपये अधिक मिलेंगे।
महंगाई भत्ता दो प्रतिशत ही बढ़ा
ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AICPI) की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2025 से महंगाई भत्ता 2% बढ़ा है। दिसंबर 2024 में, AICPA का आंकड़ा 143.7 था। इससे महंगाई भत्ता 55.99 प्रतिशत हो गया। कर्मचारियों के लिए 0.01 प्रतिशत का नुकसान हुआ। महंगाई भत्ता दशमलव के बाद की संख्या में नहीं जोड़ा जाता, इसलिए इसे 55% बढ़ा दिया गया। 78 महीने में इस तरह की कमी पहली बार हुई है।
महंगाई भत्ता जीरो होगा
8वें वेतन आयोग के लागू होने पर, केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता जीरो हो जाएगा। इसके बाद DA Hike (महंगाई भत्ता) की कैलकुलेशन फिर से शुरू होगी। केंद्रीय कर्मचारियों को अब की बजाय इससे अधिक लाभ मिलेगा क्योंकि उस समय बेसिक सैलरी अधिक होगी।