
HR Breaking News : (Second Hand Bike) आजकल खुद का व्हीकल हर कोई खरीदना चाहता है। लेकिन बढ़ती महंगाई के इस दौर में कई लोग अपने इस शौक को पूरा नही कर पाते है। ऐसे में आपने देखा होगा कि बीतें कई सालों से ही लोगो के बीच दोपहिया वाहनों की मांग लगातार बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में अगर आप भी सेकंड-हैंड सुपरबाइक (Second-hand super bike)खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो पहले इस खबर पर एक नजर डाल लें। इसमें हम आपको कुछ ऐसे टिप्स और ट्रिक्स बताने जा रहे हैं, जिसमें आपको सेकंड-हैंड बाइक खरीदने से पहले किन-किन बातों का ध्यान (Second Hand Bike Purchase Tips)रखना है उसके बारे में एक आइडिया मिल जाएगा। अगर आप हमारे द्वारा बताए गए टिप्स को फॉलो करते हैं तो बाइक खरीदने के बाद आपको कभी भी पछतावा नहीं होगा। आइए जानते हैं।
1)बाइक की टेस्ट राइडिंग (bike test riding)
सेकंड-हैंड बाइक खरीदने से पहले केवल फोटो देखकर फैसला ना लें, हमेशा बाइक को खुद सामने से देखें। इसके साथ-साथ बाइक की टेस्ट राइडिंग भी लें।
2)बाइक के कागजात (bike documents)
सेकंड-हैंड बाइक खरीदने से पहले गाड़ी के सभी दस्तावेज, जैसे रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC), इंश्योरेंस की जांच करें। इसके साथ-साथ ये भी देखें कि उस बाइक का आपसे पहले कितने लोग मालिक थे।
3)बाइक का टायर (Bike Purchase Tips )
बाइक खरीदने से पहले उसके टायर की कंडीशन की जांच करें। बाइक का टायर इस बात का सबूत होता है कि आपसे पहले जिसके पास वह बाइक थी, उसने उसे किस तरह से चलाया है।
4)बाइक का बॉडी पैनल
बाइक को लेने से पहले उसके बॉडी पैनल को भी ध्यान से देखें। क्योंकि अक्सर हादसे में बाइक के बॉडी पैनल को नुकसान पहुंचता है और बेचने वाला उसे छुपाने की कोशिश करता है।
5)बाइक का इंजन
बाइक के ब्रेक, क्लच, लीवर और हैंडलबार को भी ध्यान से देखें, इसके साइड में अगर ज्यादा खरोच दिखे तो बाइक को खरीदने से परहेज करें। इसके अलावा बाइक के इंजन की जांच करना बेहद जरूरी है।
6)बाइक की सर्विसिंग
अक्सर बाइक बेचने वाला आपको बहलाने की कोशिश करेगा कि मैंने बाइक की हाल में ही सर्विसिंग कराई है। लेकिन आप उनकी बातों पर यकीन ना करें बल्कि खुद सर्विस रिकार्ड की जांच करें।
7)मैकेनिक से जांच
अगर इतना कुछ जांचने के बाद भी आपको बाइक में किसी तरह की कोई दिक्कत या शक है तो ऑनर को पूरे पैसे देने से पहले एक बार गाड़ी को किसी अच्छे मैकेनिक ये चेक करा लें। इसके बाद ही बाइक की फूल पेमेंट करें।
8)ओनरशिप
यहां इस बात का खास ख्याल रखें कि बाइक की ओनरशिप अपने नाम पर ट्रांसफर करवाना सबसे अहम काम है।