
The Chopal, 8th pay commission : कर्मचारियों के लिए केंद्र सरकार जल्द ही आठवां वेतन आयोग लागू करने वाली है। इस वेतन आयोग के लागू होते ही कर्मचारियों की आय में भारी बढ़ौतरी हुई है। वेतन आयोग लागू होने पर सरकारी और निजी कर्मचारियों दोनों को फायदा होगा। 8वें वेतन आयोग के लागू होने पर, प्राइवेट कर्मचारियों का वेतन भी (8th pay commission benefits) बढ़ जाएगा। आइए देखें कि प्राइवेट कर्मचारियों की सैलरी में क्या बदलाव हो सकता है।
कर्मचारियों की सैलरी 9.4% तक बढ़ेगी
अमेरिकी एचआर कंसल्टिंग फर्म मर्सर ने एक रैम्यूनरेशन सर्वे किया है। इस सर्वे में भारत की लगभग 1550 कंपनियों ने भाग लिया था। इन कंपनियों में कई अलग-अलग क्षेत्रों की कंपनियां शामिल थीं, जैसे फाइनेंशियल सर्विसेज (Financial Services), कंज्यूमर गुड्स, टेक्नोलॉजी, मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमोटिव, इंजीनियरिंग और लाइफ साइंस।
सर्वे ने निम्नलिखित निष्कर्ष निकाले:
सर्वे के नतीजों से पता चला कि पिछले पांच सालों में कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी में लगातार वृद्धि हुई है। जहां 2020 में 8 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई थी इसके बाद, 2025 तक 9.4 प्रतिशत की बढ़ौतरी का अनुमान लगाया गया है। मुख्य वेतनवृद्धि प्राइवेट कर्मचारियों के लिए बहुत अच्छी खबर होगी।
सैलरी में भी बड़ा इजाफा होगा-
रिपोर्ट के अनुसार, इस बार ऑटोमोटिव क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी में 10 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। पिछले वर्ष के आंकड़ों को देखते हुए, ये आंकड़ों 8.8 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। भारत सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ संघ और देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग से इस क्षेत्र में बढ़ौतरी का अनुमान लगाया जा रहा है।
इंजीनियरिंग क्षेत्र के कर्मचारियों को लाभ मिलेगा-
इसके अलावा, इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी में 8 प्रतिशत से 9.7 प्रतिशत की बढ़ौतरी होने का पुर्वानुमान लगाया जा रहा है। बढ़ती मांग और तकनीकी प्रगति से इन क्षेत्रों में वेतन वृद्धि भी होने की उम्मीद है।
कंपनियां भी अधिक होंगी-
एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि साल 2025 में कर्मचारी दर में 37 प्रतिशत की बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। इससे सरकारी क्षेत्र में भी नौकरी मिलेगी। हालाँकि, पिछले कुछ सालों से कई कंपनियों में छंटनी हुई है। जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, कंपनियों में छंटनी दर 11.9 प्रतिशत पर स्थिर रहने का अनुमान लगाया गया है। इसका अर्थ यह है कि, हालांकि कुछ कंपनियां छंटनी कर रही हैं, अधिकांश कंपनियां नए कर्मचारियों को भरने की योजना बना रहे हैं।