
लाखों इजराइली को मरने से बचाता है ये मिसाइल, कीमत बस 10 करोड़.
जब यमन से दागी गई दो बैलिस्टिक मिसाइलों ने इजराइल की ओर रुख किया, तब लाखों लोगों की जान पर संकट मंडरा रहा था. लेकिन इजराइल की एक मिसाइल ने इन मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया. इसमें THAAD मिसाइल और इजराइली एरो सिस्टम दोनों ने अहम भूमिका निभाई, जिससे यह साफ हो गया कि 10 करोड़ रुपये की लागत वाला एक मिसाइल कैसे लाखों जानें बचा सकता है.
रविवार को यमन से छोड़ी गईं मिसाइलों ने इजराइल में दहशत फैला दी. हजारों लोगों को सुरक्षित शेल्टर में भेजा गया. लेकिन जैसे ही मिसाइलें इजराइली सीमा में दाखिल हुईं, अमेरिकी और इजराइली की ज्वाइंट डिफेंस सिस्टम THAAD (Terminal High Altitude Area Defense) और उन्हें बीच रास्ते में ही रोक लिया. हेब्रोन में गिरे मलबे से पुष्टि हुई कि दोनों मिसाइल इंटरसेप्टर ने एकसाथ काम किया था.
बाइडेन प्रशासन ने भेजा था THAAD सिस्टम
पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका ने इजराइल की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए THAAD मिसाइल सिस्टम वहां तैनात किया था. यह कदम ईरान से लगातार हो रहे मिसाइल हमलों के बाद उठाया गया. THAAD को विशेष रूप से उच्च ऊंचाई पर बैलिस्टिक मिसाइलों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है और यह इजराइली एरो सिस्टम का अमेरिकी समकक्ष माना जाता है.
दोनों सिस्टम में है कई अंतर
हालांकि THAAD और एरो दोनों का मकसद बैलिस्टिक मिसाइलों को इंटरसेप्ट करना है, लेकिन इनकी कार्यप्रणाली अलग है. एरो सिस्टम मिसाइल के पास जाकर गर्म धातु के टुकड़ों से उसे नष्ट करता है, जबकि THAAD ‘हिट टू किल” तकनीक अपनाता है. यानी वह लक्ष्य से सीधे टकराकर उसे खत्म करता है. इस कारण THAAD को ज्यादा सटीक ट्रैकिंग और कंट्रोल की जरूरत होती है.
तेज रफ्तार और पोर्टेबिलिटी
दोनों सिस्टम मिसाइलों को 9,000 से 10,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से इंटरसेप्ट करने में सक्षम हैं. लेकिन THAAD हल्का और पोर्टेबल है, जिसे कार्गो प्लेन के जरिए युद्ध क्षेत्र में भेजा जा सकता है. वहीं, एरो सिस्टम भारी है और उसे ट्रकों की मदद से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाया जाता है. इसी वजह से THAAD को दुनिया के अन्य इलाकों में भी आसानी से तैनात किया जा सकता है.
नई परिभाषा लिख रहा THAAD
इस ज्वाइंट सिस्टम ने दिखा दिया कि आधुनिक रक्षा तकनीक कैसे जीवन रक्षक साबित हो सकती है. एक THAAD मिसाइल की कीमत लगभग 10 करोड़ रुपये होती है, लेकिन यह मिसाइल लाखों जिंदगियों को बचाने में सक्षम है. अमेरिका और इजराइल ने मिलकर मिसाइल रक्षा में एक नई ऊंचाई हासिल की है, जिससे दुनिया के बाकी देशों को भी प्रेरणा मिल रही है. यमन, ईरान और उत्तर कोरिया जैसे खतरों के बीच इस तरह की तकनीकें शांति और सुरक्षा की गारंटी बनती जा रही हैं.