
रूस यूक्रेन जंग (सांकेतिक तस्वीर)
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध एक बार फिर तेज हो गया है. शनिवार तड़के रूस ने यूक्रेन पर 88 ड्रोन से बड़ा हमला किया, जिससे देश के कई हिस्सों में भारी तबाही मच गई. कीव, खारकीव, डनिप्रोपेट्रोव्स्क और ओडेसा जैसे प्रमुख शहरों में आवासीय और व्यावसायिक इमारतों को नुकसान पहुंचा. इस हमले में चार लोग घायल हो गए. यूक्रेनी वायुसेना ने हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि उसने इनमें से 56 ड्रोन को मार गिराया, जबकि 24 ड्रोन को इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर के ज़रिए भटका दिया गया.
कीव पर सबसे अधिक प्रभाव देखने को मिला, जहां ड्रोन के मलबे से आग लग गई और कई व्यावसायिक इमारतों को नुकसान हुआ. कीव के मेयर विटाली क्लिचको ने बताया कि राजधानी में तीन लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है. एक निजी घर पूरी तरह तबाह हो गया, जबकि कई अन्य भवनों में भी आग लग गई. शहर के अलग-अलग इलाकों में आग बुझाने और राहत कार्य के लिए बड़ी संख्या में दमकलकर्मी और आपात सेवा कर्मी तैनात किए गए हैं.
खारकीव में भी बरसाया कहर
उधर, पूर्वोत्तर यूक्रेन के खारकीव शहर में भी ड्रोन हमले से एक व्यक्ति घायल हुआ. खारकीव के मेयर इहोर तेरेखोव ने बताया कि शहर में भी कई इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं. वहीं, देश के मध्य डनिप्रोपेट्रोव्स्क क्षेत्र और दक्षिणी ओडेसा क्षेत्र में भी इमारतों को नुकसान पहुंचा है. हालांकि इन दोनों क्षेत्रों में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है.
क्या बोले यूक्रेनी अधिकारी?
यूक्रेनी सैन्य अधिकारियों ने इस हमले को रूस की तरफ से जानबूझकर आम नागरिकों को निशाना बनाने की कोशिश बताया है. उनका कहना है कि रूस युद्ध में हार के डर से अब ड्रोन और मिसाइल हमलों के ज़रिए यूक्रेन की नागरिक सुविधाओं और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाने की रणनीति अपना रहा है. यूक्रेनी सेना ने दावा किया कि इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर तकनीक की मदद से उन्होंने कई ड्रोन की दिशा बदल दी, जिससे और ज्यादा नुकसान होने से बचा लिया गया.
बंकरों में लौटने को मजबूर हुए लोग
इस हमले के बाद यूक्रेन में चिंता और गुस्सा दोनों बढ़ गया है. कीव और अन्य शहरों में सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी गई है. लोग फिर से बंकरों में लौटने को मजबूर हो रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में रूस की तरफ से इस तरह के और भी हमले हो सकते हैं. अमेरिका और पश्चिमी देश यूक्रेन को सुरक्षा सहायता देने के लिए सक्रिय हो चुके हैं, लेकिन इस ताज़ा हमले से यह भी साफ हो गया है कि युद्ध अभी लंबा चल सकता है.