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रावलकोट में रची गई थी पहलगाम हमले की साजिश? 3 दिन पहले लश्कर-ए-तैयबा ने कहा था- जिहाद जारी रहेगा

रावलकोट में रची गई थी पहलगाम हमले की साजिश? 3 दिन पहले लश्कर-ए-तैयबा ने कहा था- जिहाद जारी रहेगा

3 दिन पहले भारत के खिलाफ पाक आतंकियों ने उगला था जहर. (यह तस्वीर AI से बनाई गई है)

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. सूत्रों के अनुसार, इस हमले में 30 हिंदू पर्यटकों की मौत की आशंका जताई जा रही है. कई अन्य गंभीर रूप से घायल हैं. वहीं, 3 दिन पहले की एक घटना पर एक नजर डाले तो कहा जा सकता है कि इस हमले की बिसात 19 अप्रैल को रावलकोट में रची जा रही थी. यहां कुछ दिन पहले लश्कर-ए-तैयबा और जम्मू-कश्मीर यूनाइटेड मूवमेंट के आतंकियों की बैठक हुई थी.

रावलकोट की इस रैली में लश्कर कमांडर अबू मूसा ने मंच से खुलेआम भारत को धमकी दी थी. उसने कहा था कि जिहाद जारी रहेगा, कश्मीर में फिर बंदूकें गरजेंगी और सिर कटते रहेंगे. यह बयान अपने आप में भारत के खिलाफ खुले युद्ध की घोषणा जैसा था. यह वही अबू मूसा है जिसकी अगुवाई में घाटी में कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया गया है. यह बैठक मारे गए आतंकी आकिफ हलीम की याद में बुलाई गई थी, जिसे 17 मार्च 2025 को भारतीय सुरक्षाबलों ने कुपवाड़ा में मार गिराया था.

पुलिस की वर्दी में आए थे आतंकी

सुरक्षा सूत्रों की मानें तो पहलगाम हमले को अंजाम देने से पहले आतंकियों ने इलाके की कई बार रेकी की थी. इतना ही नहीं, घटना वाले दिन हमलावर पुलिस की वर्दी में आए ताकि किसी को उन पर शक न हो. उन्होंने टारगेट करके हिंदू पर्यटकों से नाम पूछ-पूछकर गोलियां मारीं. इस हमले का मकसद घाटी में डर का माहौल पैदा करना और पर्यटन उद्योग को नुकसान पहुंचाना है.

सेना की जवाबी कार्रवाई शुरू

हमले के बाद भारतीय सेना ने पहलगाम क्षेत्र में तुरंत संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए हैं. राष्ट्रीय राइफल्स की टीमें भी इस ऑपरेशन में शामिल हो गई हैं. आतंकियों की तलाश के लिए इलाका पूरी तरह सील कर दिया गया है और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है.

जम्मू में बुलाई गई हाई लेवल मीटिंग

घटना के बाद केंद्र सरकार ने तुरंत सख्त रुख अपनाया है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग के बाद खुद जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना हो गए हैं. जम्मू में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई है, जिसमें आईजी जम्मू पुलिस भीम सेन टूटी और डिविजनल कमिश्नर रमेश कुमार की अध्यक्षता में हालात की समीक्षा की जाएगी. बैठक में सुरक्षा परिदृश्य और आगे की रणनीति पर चर्चा होगी.

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