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मोदी से मिलने को बेताब हैं यूनुस, पूर्वोत्तर राज्यों पर एकदम से बदल गए बांग्लादेश के बोल

मोदी से मिलने को बेताब हैं यूनुस, पूर्वोत्तर राज्यों पर एकदम से बदल गए बांग्लादेश के बोल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मोहम्मद यूनुस

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के लिए बेताब हैं. वह थाइलैंड में पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता चाहते हैं. दोनों नेता यहां पर BIMSTEC समिट में हिस्सा लेंगे. 2018 के बाद BIMSTEC सम्मेलन के नेताओं की पहली मुलाकात होगी.

ढाका ट्रिब्यून ने यूनुस के उच्च प्रतिनिधि खलीलुर रहमान के हवाले से कहा कि बांग्लादेश ने बैठक का अनुरोध किया है और हमारे पास उम्मीद बनाए रखने के लिए उचित आधार हैं. बांग्लादेश की सरकारी न्यूज एजेंसी ने भी बैठक की संभावना से इनकार नहीं किया है.

अगर ये बैठक होती है तो दोनों देशों के बीच कूटनीतिक तनाव के माहौल के बीच होगी. भारत बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा चिंता व्यक्त कर चुका है. यही वजह है कि भारत बांग्लादेश को बहुत ज्यादा भाव नहीं दे रहा है.

यूनुस ने क्या कहा था?

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे महापाप के बीच यूनुस पिछले हफ्ते चीन गए थे, जहां उन्होंने भारत के खिलाफ बयान दिया. यूनुस ने कहा कि भारत के सात राज्य…भारत के पूर्वी हिस्से…जिन्हें सेवन सिस्टर्स कहा जाता है, ये भारत के लैंडलॉक्ड क्षेत्र हैं. समंदर तक उनकी पहुंच का कोई रास्ता नहीं है. इस पूरे क्षेत्र के लिए समंदर के अकेले संरक्षक हम हैं. इसलिए यह विशाल संभावना के द्वार खोलता है. उन्होंने आगे कहा, इसलिए यह चीनी अर्थव्यवस्था के लिए विस्तार हो सकता है…चीजें बनाएं, उत्पादन करें…चीज़ें बाज़ार में ले जाएं…चीजें चीन में लाएं और बाकी दुनिया तक पहुंचाएं. उनकी टिप्पणी की भारत में कड़ी आलोचना हुई. उसे शर्मनाक और भड़काऊ बताया गया.

पलट गया बांग्लादेश

यूनुस के बयान पर रिएक्ट करते हुए खलीलुर रहमान ने कहा कि बयान की गलत तरीके से लिया गया. उन्होंने कहा, यूनुस ने अच्छी नीयत के साथ बयान दिया. अगर लोग इसे अलग तरह से समझते हैं, तो हम इसे रोक नहीं सकते.

हालांकि, मोदी-यूनुस की मुलाकात की संभावना का भारत में कई लोग स्वागत नहीं कर रहे हैं. बीजेपी नेता स्वपन दासगुप्ता ने हाल ही में प्रधानमंत्री को बांग्लादेशी नेता के साथ मुलाकात न करने की सलाह दी. दासगुप्ता ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, मेरे निजी विचार में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के साथ आमने-सामने की मुलाकात से बचना उचित होगा. बांग्लादेश में कमजोर शासन ऐसी किसी भी बैठक का उपयोग अपने कार्यकाल को बढ़ाने के लिए करेगा.

पीएम मोदी ने यूनुस को लिखा लेटर

तनाव भरे माहौल के बीच पीएम मोदी ने बांग्लादेश को उसके नेशनल डे की बधाई दी थी. उन्होंने 26 मार्च को बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस पर यूनुस को पत्र लिखा और एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशीलता के आधार पर द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने का आह्वान किया.

बांग्लादेश के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए पीएम मोदी ने लिखा, यह दिन हमारे साझा इतिहास और बलिदानों का प्रमाण है, जिसने हमारी द्विपक्षीय साझेदारी की नींव रखी है. बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम की भावना हमारे संबंधों के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश बनी हुई है, जो कई क्षेत्रों में फली-फूली है और हमारे लोगों को ठोस लाभ पहुंचा रही है.

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