
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मोहम्मद यूनुस
प्रधानमंत्री मोदी ने थाईलैंड में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस से मुलाकात की थी. दोनों के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई थी. इस बैठक पर बांग्लादेश के रिएक्शन को दुर्भावनापूर्ण और राजनीति से प्रेरित बताया गया है. सूत्रों ने कहा है कि मोदी और यूनुस के मुलाकात के संबंध में बांग्लादेश का जो बयान है वो शरारतपूर्ण है.
दरअसल, यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने शनिवार को फेसबुक एक पोस्ट किया था. इसमें उन्होंने कहा कि मोहम्मद यूनुस ने प्रधानमंत्री मोदी के सामने शेख हसीना के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया और इस पर प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया नकारात्मक नहीं थी. सूत्रों ने कहा कि ढाका के आधिकारिक बयान और आलम के फेसबुक पोस्ट में पीएम मोदी को लेकर कहा गया वो गलत था.
PM मोदी को लेकर यूनुस के प्रेस सचिव का दावा गलत
यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने अपने फेसबुक पोस्ट में दावा किया था कि पीएम मोदी ने कहा था, हमने यूनुस के प्रति शेख हसीना का अपमानजनक व्यवहार देखा है. आलम के इस पोस्ट को सूत्रों ने गलत ठहराया है. सूत्रों ने कहा कि मोदी के सामने मोहम्मद यूनुस ने जितने भी मुद्दे उठाए, इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने ये कहा था कि इन मुद्दों पर दोनों देशों के विदेश मंत्री अच्छी चर्चा कर सकते हैं.
हसीना के प्रत्यर्पण पर भारत की कोई प्रतिक्रिया नहीं
सूत्रों ने बताया कि शेख हसीना के प्रत्यर्पण को लेकर भारत ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. बांग्लादेश में पिछले साल हुए तख्तापलट के बाद हसीना देश छोड़कर भागना पड़ा था. वह बांग्लादेश से भारत आ गई थीं और तब से यहीं रह रही हैं. बैंकॉक में शुक्रवार को हुई बैठक में पीएम मोदी ने यूनुस के सामने बांग्लादेश के हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया था.