
ईरान कॉस्मेटिक सर्जरी का पावरहाउस बन गया है, जहां आकर्षक कीमतें विदेशी लोगों को प्लास्टिक सर्जरी की ओर आकर्षित कर रही हैं. ईरान में इन दिनों राइनोप्लास्टी सबसे लोकप्रिय प्रक्रिया है और महिलाओं के लिए स्टेटस सिंबल बन गई है, जिससे उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ी है. ईरान में नाक की सर्जरी कराने के ‘एक सार्थक निवेश’ माना जाता है.
1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से ईरान में महिलाओं को पूरे ढके कपड़े पहनना और अपने बालों को ढकना अनिवार्य है. नतीजतन, देश सौंदर्य उद्योग लगभग पूरी तरह से महिलाओं के चेहरे पर केंद्रित हो
गया है. ईरान की मॉडल अज़ादेह ने का कहना है कि नाक की सर्जरी ईरान में एक खास अंतर ला सकती है और महिलाओं की सामाजिक स्थिति को बढ़ा सकती है.
क्यों कराती हैं ईरान की महिलाएं नाक की सर्जरी?
ईरान में बुर्का और पूरे शरीर को ढके कपड़े पहनने वाले सख्त इस्लामी कानून की वजह से महिलाएं अपनी खूबसूरती दिखाने के लिए अपने चहरे पर ही निर्भर हैं. चहरे में भी बाल और कान उनके अक्सर ढके होते हैं. इसलिए यहां कि लड़की अपनी नाक पर ज्यादा ध्यान देती है और नाक को परफेक्ट शेप देने के लिए सर्जरी कराती हैं.
ये भी पढ़ें
ईरानी मॉडल अज़ादेह के परिवार की सभी महिलाओं ने नाक की सर्जरी करवाई है. ईरान में महिलाओं पर कड़ी नजर रखी जाती है. अज़ादेह पर पश्चिमी सौंदर्य मानकों के अनुरूप दिखने का दबाव है और उनके पास अपने चहरे को परफेक्ट बनाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है.
सर्जरी कराने के बाद हुआ फायदा
अज़ादेह बताती हैं कि उन्होंने अपनी नाक के उभरे उभार को सर्जरी से चिकना कराया, जिसे ईरानी लोग ‘फ़ारसी नाक’ कहते हैं. ऐसा कराना उनके लिए एक सार्थक निवेश साबित हुआ है. वह कहती हैं, “सर्जरी के बाद, मुझे मॉडलिंग की नौकरी मिल गई और मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा में सुधार हुआ. अब मैं तीन गुना ज़्यादा कमाती हूं और मेरे ग्राहक मेरा ज़्यादा सम्मान करते हैं.”