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बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान के लिए योगी सरकार ने बढ़ाया मदद का हाथ, किसानों को मिली बड़ी राहत

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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में हाल ही में हुई बेमौसम बारिश (Unseasonal Rain) और ओलावृष्टि (Hailstorm) ने किसानों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। जहां एक तरफ यह अप्रत्याशित मौसमी घटनाएं आम जन-जीवन को प्रभावित करती हैं, वहीं किसानों (Farmers) की फसलों (Crops) पर इसका सबसे अधिक विपरीत प्रभाव पड़ा है। फसलों को हुए नुकसान को देखते हुए योगी सरकार (Yogi Government) ने किसानों को राहत प्रदान करने की दिशा में कदम उठाया है।

सरकार की पहल और निर्देश

अपर मुख्य सचिव राजस्व (Additional Chief Secretary Revenue), सुधीर गर्ग ने सभी जिलों को निर्देश भेजकर इस नुकसान का आकलन (Assessment) करने और जल्द से जल्द रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। इसके लिए कृषि निवेश अनुदान योजना (Agriculture Investment Grant Scheme) के तहत राज्य आपदा मोचक निधि (State Disaster Response Fund) से सहायता प्रदान की जाएगी।

आकलन और राहत की प्रक्रिया

जिलाधिकारियों (District Magistrates) को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि कैंप लगाकर एक सर्वे (Survey) किया जाए। इस सर्वे में जिन किसानों की फसलों का 33 प्रतिशत या उससे अधिक नुकसान हुआ है, उनकी रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाए। इसके आधार पर किसानों को उनकी फसलों की क्षति की भरपाई (Compensation) की जाएगी।

मौसमी बदलाव और उत्पादकों पर प्रभाव

मार्च माह की दस्तक से पहले ही मौसम में आए तेजी से बदलाव ने गेहूं (Wheat) आलू (Potato) और सरसों (Mustard) उत्पादक किसानों की चिंता बढ़ा दी है। तापमान (Temperature) में वृद्धि और तेज धूप (Sunny Weather) के कारण खेतों से नमी (Moisture) कम हो रही है, जिससे फसलों की सिंचाई (Irrigation) ज्यादा करनी पड़ रही है। इससे खेती की लागत (Farming Cost) बढ़ रही है और पैदावार (Yield) पर भी प्रभाव पड़ने की आशंका है।

किसानों के लिए आगे की राह

इस बदलाव के दौर में किसानों को सलाह दी जा रही है कि वे अपनी फसलों की देखभाल के लिए आवश्यक उपाय (Necessary Measures) करें। जिला कृषि अधिकारी (District Agriculture Officer) द्वारा फसलों में नमी का स्तर बनाए रखने और सिंचाई पर जोर देने की सलाह दी गई है। सरसों की फसल में तेज धूप और गर्मी के कारण दाने छोटे रह जाने और तेल की मात्रा (Oil Content) में कमी की आशंका जताई गई है।

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