
बांग्लादेश की कानून व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है. शेख हसीना के पतन के बाद से देश में भीड़तंत्र कई लोगों की जान ले चुका है. कुछ ऐसा ही सोमवार को भी बांग्लादेश की सड़कों पर देखने मिला. 7 अप्रैल को पूरी दुनिया में फिलिस्तीन के समर्थन के लिए रैली और प्रदर्शनों का आयोजन किया गया था, लेकिन बांग्लादेश में इन प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया और भीड़ द्वारा इजराइल से जुड़े स्टोरों को निशाना बनाया गया.
बता दें, बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन हुए, जिसमें भीड़ ने बोगरा, सिलहट और कॉक्स बाजार जैसे जिलों में बाटा, केएफसी और पिज्जा हट सहित इजराइल से जुड़े माने जाने वाली कंपनियों के स्टोरों को निशाना बनाया. पुलिस महानिरीक्षक बहारुल आलम ने पुलिस अधिकारियों को बोगरा, सिलहट, कॉक्स बाजार और देश भर के कई अन्य शहरों में दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ करने के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं.
ये भी पढ़ें
Today, #Bangladeshi 🇧🇩 students staged a powerful protest for Palestine🇵🇸—their voices were sharper and more impactful than ever, standing in unwavering #solidarity with the oppressed.
{ Video via #Facebook. }#FreePalestine#AllEyesOnGaza#StopGenocideInGaza pic.twitter.com/dGSJQYqy7L
— Ro Jaber (@Jaber_Jarullah2) April 7, 2025
अधिकारियों के पास हमलावरों की वीडियो फुटेज
मुख्य सलाहकार के प्रेस विंग ने सोमवार को पुलिस प्रमुख के हवाले से कहा, “हमारे पास हमलावरों की वीडियो फुटेज है. उनकी पहचान की जा रही है और उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाएगा और पुलिस टीमें फिलहाल इस पर काम कर रही हैं.”
विंग ने आगे बताया कि सरकार किसी भी वैध विरोध प्रदर्शन में बाधा नहीं डालती है. हालांकि, हम विरोध की आड़ में किसी भी आपराधिक कृत्य को बर्दाश्त नहीं करेंगे.”
गाजा हमलों की निंदा
पूरे देश में हुए विरोध प्रदर्शनों में गाजा में इजराइली कार्रवाई की निंदा की गई और इजराइल से संबद्ध उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया गया. इस बीच बांग्लादेश निवेश विकास प्राधिकरण (BIDA) के कार्यकारी अध्यक्ष चौधरी आशिक महमूद बिन हारून ने कहा, “ऐसे समय में जब हम बांग्लादेश को एक निवेश गंतव्य के रूप में प्रदर्शित करने के लिए एक शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे हैं, यह देखना दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे देशवासी ऐसे निंदनीय उदाहरण पेश कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा जिन कारोबारों पर हमला हुआ है, उनमें से कुछ स्वेदेशी निवेशकों के थे और दूसरे बांग्लादेश में विश्वास करते थे. ये सभी हमारे देश के युवाओं को रोजगार दे रहे थे. जिन्होंने ऐसा किया है वो लोग रोजगार सृजन, आर्थिक विकास और स्थिरता के सच्चे दुश्मन हैं.