
बांग्लादेश के मछुआरे अब बंगाल की खाड़ी में 58 दिनों तक मछली नहीं पकड़ पाएंगे. अधिकारियों ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में मछली पकड़ने पर 58 दिनों का प्रतिबंध मंगलवार मध्य रात्रि से लागू होगा और 11 जून तक जारी रहेगा. ये प्रतिबंध समुद्री मछली, विशेष रूप से हिल्सा के सतत प्रजनन और संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए लगाया जा रहा है.
पहले ये प्रतिबंध हर साल 20 मई से 23 जुलाई तक लागू था, जिसकी शुरुआत 2015 में की गई थी. इसको लेकर बांग्लादेश के मछुआरों की मांग थी कि बांग्लादेश के प्रतिबंध अवधि के दौरान सीमा पार मछली पकड़ने को रोकने के लिए भारत के मछली पकड़ने के प्रतिबंधों के साथ लगाया जाए, ताकि बांग्लादेशी मछुआरे के प्रतिबंध के दौरान भारतीय मछुआरे मछली ना पकड़े.
भारत के साथ मिलाया जाए प्रतिबंध!
बांग्लादेश के अखबार डेली स्टार से कलापारा के मछुआरे यासीन माझी ने कहा, “हमारी मांग थी कि प्रतिबंध को भारत के कार्यक्रम के साथ तालमेल बैठाया जाए ताकि जब हमपर बैन लगे तो उनके ट्रॉलर मछली न पकड़ सकें. हमें खुशी है कि सरकार ने हमारी बात सुनी. लेकिन हम सहायता का समय पर वितरण भी चाहते हैं और सहायता राशि बढ़ाई जानी चाहिए.”
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बांग्लादेश में मछली कारोबार
मत्स्य विभाग के मुताबिक बरिशाल प्रभाग में 7,405 ऐसी नावें हैं, जिनको खाड़ी में मछली पकड़ने का लाइसेंस मिला हुआ है. बता दें, बरिशाल जिला में एक लाख से ज्यादा लोग अपनी आजीविका के लिए समुद्री मछली पकड़ने पर निर्भर हैं.
क्यों लगाया गया बैन?
बदलते जलवायु और प्राकृतिक संसाधनों के गलत दोहन की वजह से समुद्र में मछलियों की कई प्रजातियां लगातार विलुप्त हो रही हैं और कुछ विलुप्त होने की कगार पर हैं. ये प्रतिबंध समुद्री मछली, विशेष रूप से हिल्सा के सतत प्रजनन और संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए लगाया जा रहा है. जिससे उनकी तादाद में इजाफा हो सके.